– विश्व मलेरिया दिवस और एंटी मलेरिया माह के अवसर पर जिलाभर में आयोजित किए जाएंगे जागरूकता कार्यक्रम – कार्यक्रम की सफलता को ले डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोलिंग ऑफिसर ने पीएचसी/सीएचसी के एमओआईसी को जारी किया पत्र
मुंगेर, 22 अप्रैल।
विश्व मलेरिया दिवस 25 अप्रैल को है। इसको लेकर बच्चों और शिक्षकों को मलेरिया के लक्षण और उससे बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा विभिन्न स्कूलों में पम्पलेट और हैंडबिल वितरित कर मलेरिया के लक्षण और उससे बचाव को बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि इस वर्ष भी 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मानने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इसके ही एंटी मलेरिया माह का भी आयोजन किया जाना है। इस दौरान जिलाभर में विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम का प किया जाना है। इसको ले जिलाभर के सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि मलेरिया से बचाव के लिए विशेषकर जनजातीय आबादी, धुमन्तू आबादी, बॉर्डर एरिया, अत्यधिक मलेरिया प्रभावित एरिया, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक करना है। इस दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एएनएम और आशा कार्यकर्ता के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आम लोगों के बीच जाकर उन्हें मलेरिया के लक्षण और उससे बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों जैसे मच्छरदानी का इस्तेमाल आवश्यक रूप से करने एवं घरों में डीडीटी का छिड़काव करवाने के लिए प्रेरित करने के साथ उसमें भसहयोग भी करेंगी। उन्होंने बताया कि विश्व मलेरिया दिवस और एंटी मलेरिया माह के दौरान पंचायतीराज प्रतिनिधि से भी समुदाय को जागरूक करने में मदद ली जाएगी। इनके सहयोग से स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर आयोजित वीएच एसएनडी साइट पर गोष्ठी एवम गांव के स्तर पर मलेरिया के बारे में चर्चा की जाएगी ताकि समुदाय में स्थानीय स्तर पर मलेरिया के प्रति जागरूकता फैल सके। जिला वेक्टर डिजीज कंट्रोलिंग ऑफिसर संजय कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि “सावधानी बरतें और मलेरिया से सुरक्षित रहें ” की थीम पर सोमवार 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाएगा। जिलाभर के सभी सरकारी अस्पतालों में मलेरिया की जांच और उपचार की व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध है। मरीज में मलेरिया के प्रमुख लक्षण जैसे ठंड लगना, कपकपी, सिरदर्द, उल्टी एवम चक्कर आना, तेज बुखार एवम अत्यधिक पसीने के साथ बुखार का कम होना। ऐसा प्रतिदिन या एक दिन के बाद होना या एक निश्चित अंतराल के बाद । इनमें से कोई भी लक्षण होने पर तत्काल मलेरिया की जांच एवम उपचार के लिए नजदीकी पीएचसी या सीएचसी पर मरीज को ले जाना चाहिए। मलेरिया से बचने के लिए सभी लोगों को कुछ सावधानियां बरतने की आवश्यकता है जैसे : – घर एवम घर के आसपास बने गड्ढों, नालियों, बेकार खाली डब्बों , पानी की टंकियों, गमलों, टायर-ट्यूब में पानी जमा नहीं होने दें। इसके साथ ही एसी-कूलर का पानी समय-समय बदलते रहें। गड्डों में जमा पानी में एक बूंद मिट्टी का तेल अवश्य डालें। – सोते समय अनिवार्य रूप से मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती या क्रीम का प्रयोग करें। – मलेरिया से बचाव के लिए डीडीटी या एसपी का छड़काव करवाने में कर्मियों की मदद करें।