आईपीएल के मीडिया राइट्स से बीसीसीआई को मिल सकते हैं 50 हजार करोड़

भारत में कमाई और लोकप्रियता के रिकॉर्ड तोड़ रहे इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया राइट्स का ई-ऑक्शन शुरू हो चुका है। दुनिया के क्रिकेट फैंस की नजर इस ऑक्शन पर है। अभी ये राइट्स स्टार नेटवर्क के पास है। वायकोम 18 जेवी (ज्वाइंट वेंचर), मौजूदा अधिकारधारी वॉल्ट डिज्नी (स्टार), जी और सोनी चार दावेदार इस रेस में शामिल हैं।

आईपीएल के मीडिया राइट्स का ई-ऑक्शन 12 जून को सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। शाम के 6 बजे तक कंपनियों ने बोली लगाई। यह ऑक्शन अगले 5 सालों (2023-2027) तक के मीडिया राइट्स के लिए होना है।

उम्मीद की जा रही थी कि अमेजन, गूगल और एपल जैसी दिग्गज कंपनियां इसमें शामिल होंगी। लेकिन इन तीनों ने पहले ही नीलामी से अपने हाथ खींच लिए। नीलामी के लिए 12 कंपनियों ने टेंडर फॉर्म खरीदे थे। लेकिन, टेबल पर सात कंपनियां ही नीलामी में बोली लगाने के लिए मौजूद हैं।

वायकॉम-रिलायंस, डिज्नी-हॉटस्टार, सोनी पिक्चर्स, जी ग्रुप, सुपरस्पोर्ट, टाइम्स इंटरनेट और फनएशिया ही इस नीलामी में भाग ले रही हैं। इस बार बोली लगाने वालों को यह छूट दी गई है कि किसी भी स्तर पर नीलामी से बाहर हो सकते हैं।

बीसीसीआइ को इस बार 45 से 50 हजार करोड़ रुपए तक मीडिया राइट्स के जरिए मिल सकते हैं। बोर्ड को आइपीएल की कमाई का 70 फीसदी हिस्सा यहीं से मिलता है।

खास बात यह है कि इस कमाई पर उसे टैक्स भी नहीं देना पड़ता है, क्योंकि इनकम टैक्स के सेक्शन 12ए के तहत बीसीसीआइ को आइपीएल की कमाई पर टैक्स देने की छूट है। देश भर में क्रिकेट के प्रचार के लिए ऐसा किया गया है।

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