नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होना है। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इस बीच सोनिया-राहुल गांधी को नोटिस देने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
राहुल – सोनिया को दूध के धुले साबित करने की भरपूर नौटंकी की जा रही है। हालांकि, पुलिस ने दिल्ली में प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी है। राहुल गांधी के ईडी के समक्ष पेश होने से पहले सियासत गरमा गई है।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी को 8 जून को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। उस समय राहुल गांधी विदेश में थे, इसलिए उन्होंने आगे की तारीख मांगी थी। वहीं सोनिया गांधी कोरोना संक्रमित हैं, इसलिए उन्हें तीन हफ्ते का समय और दिया गया है।
उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के बार-बार नोटिस देने के बावजूद भ्रष्टाचार के इतने गंभीर मामले में अपना पक्ष रखने की बजाए कांग्रेस की ओर से इसे राजनीतिक रूप से तूल दिया जा रहा है।
देश प्रदेश की जनता उनसे पूछना चाहती है कि ये जो रिटेल कंपनी के नाम सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास 76 प्रतिशत का शेयर है। इस मामले में ईडी पूछताछ करना चाहती है। अगर वो दोषी नहीं है तो फिर ईडी के सामने जाने से क्यों डर रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान अध्यक्ष का चरित्र ठीक ऐसा है जैसे चोर की दाढ़ी में तिनका हो। केशव मौर्य ने कहा कि केंद्र सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। चोरी और सीनाजोरी नहीं चलेगी।