छात्र वीजा मुद्दे पर यूएसए, यूके, कनाडा जैसे देशों में भारत का हस्तक्षेप

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर पर कहा कि भारतीय छात्रों को वीजा जारी करने में देरी का मुद्दा विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उठाया था।

अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में अध्ययन के लिए तैयार भारतीय छात्रों के वीजा में देरी हो रही है। कोरोना के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भारतीय अधिकारियों के सामने अब ऑफलाइन शिक्षा के लिए तैयार भारतीय छात्रों के लिए वीजा प्रक्रिया तुरंत शुरू करने का प्रजेंटेशन दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने वीजा की समय सीमा, वीजा प्रसंस्करण आदि पर रिपोर्ट मांगी थी।

विदेशी अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि इस दिशा में सकारात्मक प्रयास किए जाएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छात्र वीजा दोनों देशों के लिए फायदेमंद है और अगर इस दिशा में तत्काल कार्रवाई की जाती है, तो भारत में लाखों छात्रों को तुरंत फायदा होगा।

इस बात का खुलासा नहीं किया गया कि इस साल कितने छात्र विदेश में वीजा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन विदेश मंत्रालय की ओर से लोकसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक अमेरिका-कनाडा में दो लाख, ऑस्ट्रेलिया में एक लाख, ब्रिटेन और जर्मनी में 30 हजार और अन्य देशों में नौ हजार छात्रों ने दाखिला लिया।

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