करोना काल में “डोलो-650” ने कमाए 600 करोड़ रूपये, आईटी का छापा

बेंगलुरु, 06 जुलाई 2022,

करोना काल में “डोलो-650” ने 600 करोड़ रूपये कमाए

करोना काल में “डोलो-650” ने 600 करोड़ रूपये कमाए। आयकर विभाग ने ‘डोलो’ टैबलेट के निर्माताओं के दफ्तरों में बेंगलुरु में छापेमारी की है। आईटी विभाग ने डोलो टैबलेट बनाने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी और डायरेक्टर के ठिकाने पर छापेमारी की है।

आयकर विभाग ने ‘डोलो’ टैबलेट के निर्माताओं के दफ्तरों में बेंगलुरु में छापेमारी की है। आईटी विभाग ने डोलो टैबलेट बनाने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी और डायरेक्टर के ठिकाने पर छापेमारी की है।

कोरोना ने 20 महीने में 35 करोड़ टैबलेट बिकी : कोरोना महामारी के दौरान डॉक्टर के नुस्खों से लेकर लोगों की बातचीत और सोशल मीडिया पर DOLO-650 टैबलेट हर जगह मौजूद थी।

कोरोना महामारी के 20-22 महीनों के दौरान डोलो 650 की 350 मिलियन टैबलेट की बिक्री हुई। डोलो 650 बनाने वाली कंपनी माइक्रो लैब्स प्राइवेट लिमिटेड ने कोरोना काल में करीब 600 करोड़ रुपये की कमाई की।

कंपनी की शुरुआत फार्मास्युटिकल डिस्ट्रीब्यूटर जीसी सुराणा ने साल 1973 में की थी और आज उनके बेटे दिलीप सुराणा कंपनी चलाते हैं। कंपनी ने अपना पेरासिटामोल ब्रांड डोलो को 650 मिलीग्राम श्रेणी में लॉन्च किया है जबकि बाकी ब्रांड केवल 500 मिलीग्राम पैरासिटामोल की पेशकश करते हैं।

कंपनी को अपने प्रचार में FUO यानी ‘फीवर ऑफ अननोन ओरिजिन’ शब्द के इस्तेमाल से भी फायदा हुआ।

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