– सदर अस्पताल परिसर में निजी स्कूल के बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम परिवार नियोजन का दिया गया संदेश
– सिविल सर्जन ने पखवाड़े का विधिवत किया उदघाटन, 31 जुलाई तक चलेगा पखवाड़ा
बेगूसराय-
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सोमवार से जिले भर में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के तहत परिवार नियोजन की सुविधा शुरू हो गई, जिसका समापन 31 जुलाई को होगा। इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में नियमित तौर पर परिवार नियोजन शिविर का आयोजन कर योग्य लाभार्थियों को महिला बंध्याकरण और पुरूष नसबंदी की सुविधा प्रदान की जाएगी।
उक्त पखवाड़े का सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह ने सदर अस्पताल एवं शहरी पीएचसी उलाव परिसर उद्घाटन किया। इसके बाद जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में पखवाड़े का शुभारंभ हुआ। जहाँ संबंधित स्वास्थ्य संस्थान के पीएचसी प्रभारी ने पखवाड़े का उदघाटन किया। इस अवसर पर जागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक समेत अन्य गतिविधियों का आयोजन कर परिवार नियोजन का संदेश दिया गया और योग्य व इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
वहीं, सदर अस्पताल परिसर में एक निजी स्कूल के बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण कर छोटा और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन कितना जरूरी है समेत अन्य संदेश देकर लोगों को प्रेरित किया गया। इस अवसर पर जिला गैर-संचारी रोग पदाधिकारी डॉ संजय कुमार सिंह, प्रशासी पदाधिकारी डॉ बीके शर्मा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ गोपाल मिश्रा, डीपीएम शैलेश चन्द्र, केयर इंडिया के डीटीएल गुंजन गौरव, डॉ रतीश रमन, संतोष संत, डीसीएम कुणाल कुमार, डॉ रजत आर्यन आदि मौजूद थे।
परिवार नियोजन योजना को अपनाने के लिए घर के पुरुषों की सहभागिता जरूरी : इस अवसर पर सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह ने कहा, परिवार नियोजन के साधन को अपनाने में इच्छुक महिलाएं भी अक्सर पुरूषवादी सोच का शिकार हो जाती हैं। जिसके कारण वह इन साधन को अपनाने से वंचित रह जाती हैं। इसलिए, इस योजना को अपनाने के लिए खासकर घर के पुरुष सदस्यों की सहभागिता बेहद जरूरी है । जब पुरूष सहभागिता बढ़ेगी तो इच्छुक महिलाओं को इस योजना को अपनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
डाॅ प्रमोद कुमार ने कहा कि मैं तमाम जिले वासियों से अपील करता हूँ कि परिवार नियोजन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए, आपलोग पुराने ख्यालात एवं मन में पल रहे अवधारणा से बाहर आकर अपने घर की महिलाओं को कम से कम इसे अपनाने के लिए प्रेरित करें। इसे अपनाने से ही खुशहाल, शिक्षित और छोटा परिवार का निर्माण संभव है।
योग्य दंम्पत्तियों को चिह्नित कर घर-घर जाकर किया जा रहा है जागरूक : डीपीएम शैलेश चंद्र ने बताया, जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की सफलता को लेकर संबंधित क्षेत्र की एएनएम, आशा, ऑगनबाड़ी सेविका समेत स्वास्थ्य टीम में शामिल अन्य कर्मियों द्वारा योग्य दंम्पत्तियों को चिह्नित कर घर-घर जाकर जागरूक किया जा रहा है।
साथ ही इस मुहिम को सफल बनाने के लिए परिवार नियोजन की सुविधा अपनाने से होने वाले फायदे की योग्य लाभार्थियों एवं उनके परिजनों को विस्तृत जानकारी दी जा रही है। ताकि लोग पुरानी प्रथा से बाहर आकर इस मुहिम को सफल बनाने के लिए बेहिचक आगे आएं और लोगों के मन में किसी प्रकार की भ्रम या अफवाह उत्पन्न नहीं हो।
स्थाई और अस्थाई उपायों की भी जानकारी दी जा रही है जानकारी : इच्छुक और योग्य लाभार्थी को स्थाई और अस्थाई दोनों उपायों की जानकारी दी जा रही है। ताकि अगर कोई महिला परिवार नियोजन ऑपरेशन को अपनाने के लिए तैयार है। किन्तु, उनका शरीर ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं है तो ऐसी महिला अस्थाई उपायों को अपना सकती है।
उन्होंने बताया, अस्थाई उपाय भी पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी है। इसलिए, ऐसी महिला कंडोम, काॅपर-टी, अंतरा, छाया समेत अन्य वैकल्पिक व्यवस्था को अस्थाई उपायों के रूप अपना सकती हैं।