कानपुर में हॉस्पिटल बना मौत का अड्डा , डॉक्टर बिना हुई डिलीवरी

तरंग संवाददाता / मयंक चतुर्वेदी
कानपुर – जिंदगी की रफ्तार में हो इजाफा , जिंदगी हो खुशनुमा ऐसी सोच के साथ मरीज अच्छे से अच्छे हॉस्पिटल में अपना इलाज कराते है और यही सलाह भी सबको देते है लेकिन उनको क्या पता होता है कि जिन अस्पतालों की शरण में जाते है वही अस्पताल हमे मौत की दावत भी देते है।
आप को बता की ऐसा मामला कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र के एक निजी हॉस्पिटल का है जो कि वह एक संस्था से भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है लेकिन वहां की इतनी बड़ी लापरवाही सामने आई है जिसकी कहानी सुनकर आप के रोंगटे खड़े हो जाएंगे , गौरतलब है कि कोई भी गर्भवती महिला अपनी डिलेवरी के लिए हॉस्पिटल में जाती है तो उसकी डिलीवरी डॉक्टर की देखरेख में होनी चाहिए।
लेकिन यहां ऐसा कुछ भी नही हुआ , आपको बता दे बीते दिन सोनी श्रीवास्तव नाम की मरीज भर्ती हुई और रात में डिलीवरी भी हुई वो भी बिना डॉक्टर की देख रेख में ।
बच्ची की मौत हो गई , जिसके बाद परिजनों ने हंगामा भी काटा और 100 नम्बर पर पुलिस को सूचना भी दी । मौके पर पहुंची पुलिस ने टाल मटोल करते हुए पीड़ित को थाने बुलाया और कार्यवाही करने का अस्वाशन भी दिया लेकिन अभी तक पुलिस ने मौत के सौदागर बने मेरी गोल्ड हॉस्पिटल पर कोई नही की है।
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