एशिया का सबसे बड़ा वाहन चोर बाजार मेरठ का सोतींगज अब बदला हुआ नजर आ रहा है। चोरी के वाहन कटान के लिए कुख्यात इस चोर बाजार के कबाड़ी अब सावन के महीने में शिववभक्तों के लिए कांवड़ का सामान बेंच रहे हैं।
इस चोर बाजार की रंगत अब बदली हुई है। कबाड़ियों के गोदाम के बाहर भगवा गमझा,भगवा टीशर्ट और कांवड़ का सामान बिक्री के लिए रखा हुआ है।
मेरठ का सोतीगंज कबाड़ी बाजार चोरी के वाहन कटान के लिए बदनाम है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद सोतीगंज के कबाड़ियों पर पुलिस ने ऐसा शिकंजा कसा कि वाहन कटान के माफिया कबाड़ियों को छठी का दूध याद आ गया है।
चोरी के वाहन कटान का धंधा बंद हुआ तो सोतीगंज के कबाड़ियों ने नया काम शुरू कर दिया है। हालांकि इस समय सावन के महीने में सोतीगंज के कबाड़ी कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ का समान बेच रहे हैं। सोतीगंज की हर दुकान भगवा रंग में रंगी हुई है।
यानी सोतीगंज के कबाड़ियों की दुकान पर अब भगवा गमझा, निक्कर और भगवा टीशर्ट इत्यादी बिक रही है। कांवड़ से संबंधित सभी समान सोतीगंज कबाड़ियों की दुकानों में बेचा जा रहा है।
मेरठ का सोतीगंज एशिया के सबसे बड़े वाहन चोर बाजार में शुमार होता था। इसकी गिनती देश के सबसे बड़ेे चोरी के वाहन कटान बाजार में होती थी।
देश में कहीं भी कोई लग्जरी वाहन चोरी हो उसके तार मेरठ के सोतीगंज वाहन चोर बाजार से जुड़े पाए गए। सोतीगंज वाहन चोर बाजार की गूंज देश की संसद में भी गूंजी थी।