अच्छी जीवनशैली से हेपेटाइटिस-बी से मिल सकता है छुटकारा

 -हेपेटाइटिस-बी से बचने के लिए जल्द से जल्द लें टीका

-हेपेटाइटिस-बी के मरीज कोरोना से बचने को रहें सतर्क 

बांका, 28 जुलाई ,

आज गुरुवार को विश्व हेपेटाइटिस-बी दिवस है। इस बार का थीम है आई कांट वेट। यानी कि मैं अब और इंतजार नहीं कर सकता। इसलिए हेपेटाइटिस-बी से बचने के लिए जितना जल्द हो सके, टीका ले लें। आमतौर पर जन्म के समय ही हेपेटाइटिस-बी का टीका दिया जाता है, लेकिन यह टीका जिंदगी में कभी भी और किसी भी समय लिया जा सकता है। साथ ही जो लोग हेपेटाइटिस-बी से पीड़ित हैं, वह सुरक्षित तरीके से कोरोना का टीका भी लगवा सकते हैं।

इसके लिए उन्हें किसी विशेष सावधानी या किसी दवा को बंद करने की आवश्यकता नहीं होती है। अच्छी जीवनशैली, पौष्टिक भोजन की आदतों और शराब से परहेज कर इस बीमारी को खत्म किया जा सकता है। हेपेटाइटिस-बी के मरीजों को कोरोना वायरस आसानी से शिकार बना सकता है। लिहाजा हेपेटाइटिस बी संक्रमित व्यक्ति खास सावधानी बरतें। जरा सी चूक से जान जोखिम में पड़ सकती है।

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील चौधरी के मुताबिक, हेपेटाइटिस-बी वायरस लिवर पर हमला करता है। लिवर कमजोर या फिर खराब होने लगता है। बुखार, थकान व भूख न लगने जैसी तमाम परेशानी होती है। मरीज में रोगों से लड़ने की ताकत कम हो जाती है।

इसका परिणाम यह होता है कि कोई भी संक्रमण मरीज पर हमला बोल सकता है। इसलिए कोरोना काल में हेपेटाइटिस-बी के मरीज विशेष सतर्क रहें। मास्क पहनें और सामाजिक दूरी का पालन करें।

डॉ. चौधरी कहते हैं कि चूकि हेपेटाइटिस-बी के मरीज में किसी भी बीमारी के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है, इसलिए कोरोना से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतें। बिना जरूरत के घर से नहीं निकलें। बहुत जरूरत पर मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। सामाजिक दूरी का पालन करें। डॉक्टर की सलाह के मुताबिक पौष्टिक आहार का सेवन करें। इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी, जिससे शरीर में बीमारी से लड़ने की ताकत बनी रहेगी।

सिर्फ छूने से नहीं होता हेपेटाइटिस-बी- डॉ. चौधरी के मुताबिक, हेपेटाइटिस-बी तेजी से फैलने वाली बीमारी है, इसलिए इसे लेकर तमाम तरह की अफवाहें भी हैं। चूकि यह एक संक्रामक रोग है, इसलिए इससे लोग डरे रहते हैं। इसी को लेकर एक भ्रम यह भी है कि हेपेटाइटिस-बी के मरीज को छूने से भी संक्रमण हो जाता है। ऐसा नहीं होता है। इस तरह की गलतफहमियों को मन से निकाल दें।

इस बीमारी में लिवर में सूजन आती है, इसलिए सिर्फ छूने से नहीं फैलती है।बारिश के मौसम में विशेष सतर्क रहें- डॉ. चौधरी के मुताबिक बारिश, के मौसम में हेपेटाइटिस-बी के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। लिहाजा इस मौसम में ज्यादा तली-भुनी, मसालेदार, मांसाहारी और भारी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें। शाकाहारी भोजन, हरी पत्तेदार सब्जियां, विटमिन-सी युक्त फल, पपीता, नारियल पानी, सूखे खजूर, किशमिश, बादाम और इलायची का भरपूर मात्रा में सेवन करें।

ऐसा करते रहने से हेपेटाइटिस-बी के संक्रमण से बचे रहेंगे।हेपेटाइटिस-बी के ये हैं लक्षण-बार-बार बुखार-आंख, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द रहना-अपच व उल्टियां होना-त्वचा में पीलापन-पीलिया-दस्त-भूख न लगना-पेट में दर्द व सूजन-थकान-सिरदर्द-चिड़चिड़ापन।

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