- प्रतियोगिता में शामिल बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित ली गई जानकारी, स्तनपान को लेकर भी किया गया जागरूक
- बाल विकास कार्यालय चेवाड़ा में प्रतियोगिता का आयोजन
शेखपुरा, 06 अगस्त-
सामुदायिक स्तर पर बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने को लेकर सरकार काफी गंभीर है। इसको लेकर तमाम कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। जिसके माध्यम से बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। स्वस्थ्य स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले में चल रहे स्तनपान सप्ताह के तहत छठे दिन शनिवार को जिले के बाल विकास परियोजना कार्यालय चेवाड़ा में एक हेल्दी बेबी शो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले दो वर्ष तक के बच्चों के बीच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
साथ ही स्वस्थ बच्चे की पहचान करने के लिए प्रत्येक बच्चे का वजन एवं लंबाई की माप, उम्र के अनुसार बच्चों को लगने वाले जरूरी टीका लगा है या नहीं, बच्चे का जन्म कहाँ हुआ समेत अन्य आवश्यक जानकारी ली गई। जिसके पश्चात् स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए आवश्यक सलाह दी गयी । प्रतियोगिता के दौरान शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ चार बच्चे का चयन किया गया और चारों को पुरस्कृत किया गया।
इस मौके पर स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शैलेन्द्रनाथ झा, स्वास्थ्य प्रबंधक संतोष कुमार, बीसीएम विश्वनाथ, सीडीपीओ कुमारी बिंदु, एल एस रीना भारती, पिरामल फाउंडेशन से सेराज हसन, सोनी कुमारी, पूसा कृषि विश्वविद्यालय से कमल किशोर, आईसीडीएस के जिला समन्वयक विवेकानंद कुमार, पंकज कुमार, डेटा ऑपरेटर राजीव रंजन कुमार, कौशल कुमार आदि उपस्थित थे।
- स्तनपान को लेकर भी किया गया जागरूक, दी गई जरूरी जानकारी :
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ शैलेन्द्रनाथ झा ने बताया, हेल्दी बेबी शो प्रतियोगिता सह कार्यक्रम के दौरान सभी बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित आवश्यक जानकारी ली गई और जरूरी सलाह भी दी गयी । इसके अलावा जिले में चल रहे स्तनपान सप्ताह की सफलता को लेकर भी जागरूक किया गया। जिसमें बताया गया कि बच्चों के जन्म से लेकर छः माह तक सिर्फ माँ के दूध का सेवन कराएं और इसके बाद ही ऊपरी आहार शुरू करें। किन्तु, दो वर्षों तक ऊपरी आहार के साथ स्तनपान भी जारी रखें। साथ ही स्तनपान से होने वाले फायदे, इसके महत्व समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। - शिशु के सर्वांगीण शारीरिक और मानसिक विकास के लिए स्तनपान जरूरी :
सीडीपीओ कुमारी बिंदु ने बताया, प्रतियोगिता के दौरान सभी बच्चों को स्वास्थ्य से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई और स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर जागरूक किया गया। साथ ही बच्चों के सर्वांगीण शारीरिक और मानसिक के लिए स्तनपान (माँ का दूध) कितना जरूरी है, इससे क्या फायदा है समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। - उन्होंने बताया, स्तनपान से ना सिर्फ शिशु का सर्वांगीण शारीरिक और मानसिक होता बल्कि, माँ एवं शिशु दोनों कई गंभीर शारीरिक परेशानी से भी दूर रहते हैं । इसलिए, हर माँ को जन्म के एक घंटे के अंदर अपने शिशु को स्तनपान शुरू कराना चाहिए और छः माह तक सिर्फ और सिर्फ स्तनपान ही कराना चाहिए। इसके बाद भी ऊपरी आहार के साथ दो वर्षों तक स्तनपान भी जारी रखना चाहिए।