बांका, 22 अगस्त जिलाधिकारी अंशुल कुमार की अध्यक्षता में रविवार को स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास परियोजना की समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर कई निर्देश दिए। एएनसी चेकअप, संस्थागत प्रसव, 7 ग्राम से कम हिमोग्लोबिन वाली गर्भवती महिलाओं के इलाज, लिंगानुपात टीकाकरण, उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं आदि की समीक्षा के बाद सदर अस्पताल के उपाधीक्षक और जिले के सभी अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि इन सभी मानकों पर एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी केंद्र की गहन समीक्षा की जाय और इसमें आ रही बाधाओं को दूर कर उपलब्धि शत प्रतिशत की जाय।
जिला पदाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ एएनसी की सुविधा प्रदान किये जाने और उनके सुरक्षित संस्थागत प्रसव व ससमय सभी टीकाकरण सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से सभी गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम के माध्यम से ट्रैकिंग करने के लिए कहा। सर्वे एवं ड्यू लिस्ट को अद्यतन करने का निर्देश जिलान्तर्गत सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को दिया।
सिजेरियन ऑपरेशन की उपलब्धि बढ़ाये जाने को लेकर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक और बौंसी रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जिलाधिकारी ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही प्रत्येक सप्ताह समीक्षा कर सर्जन को लक्ष्य निर्धारित करने के लिए कहा गया। आशा चयन की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि संस्थान अन्तर्गत आशा का चयन शत-प्रतिशत नहीं किया गया है। इसपर जिला पदाधिकारी ने नियमानुसार शेष बचे हुए आशा का चयन अविलम्ब पूर्ण करने का निर्देश दिया।
फुल्लीडुमर में सीबीनेट मशीन होगी स्टॉलः जिला पदाधिकारी द्वारा संस्थान अन्तर्गत टीबी के मरीजों की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जुलाई 2022 में जिले की उपलब्धि 333 है। इसपर जिला पदाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि संस्थान में आये संभावित मरीजों को बलगम जांच के लिए रेफर करें और फुल्लीडुमर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को स्थल चिह्नित कर सीबीनेट मशीन खरीद कर इंस्टॉल करने के लिए कहा। संस्थागत प्रसव का लाभ दूर-दराज के लोगों को भी मिलेः जिला पदाधिकारी ने परिवार कल्याण ऑपरेशन कार्यक्रम की भी समीक्षा की। समीक्षा के क्रम पाया गया कि जुलाई 2022 में जिले की उपलब्धि 40 प्रतिशत ही है। इसपर जिला पदाधिकारी ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक और सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को आगामी माह में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल करने का निर्देश दिया। संस्थागत प्रसव को लेकर जिला पदाधिकारी ने 11 सेंटर एवं हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर को अविलम्ब क्रियशील करने का निर्देश दिया गया, ताकि दूर-दराज के लोगों को भी संस्थागत प्रसव का लाभ मिल सके।
गोल्डन कार्ड के माध्यम से मरीजों का करें इलाजः जिला पदाधिकारी ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक और सभी अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनार्न्तत सभी पात्र लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बनवाये जाने और संबंधित संस्थानों में गोल्डन कार्ड के माध्यम से मरीजों का उपचार करने का निर्देश दिया गया। आरसीएच पोर्टल इंट्री की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चांदन द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का सबसे कम इंट्री किया गया है। इसपर जिला पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण मांगा और स्थिति में अविलम्ब सुधार करने का निर्देश दिया।
अमरपुर और धोरैया के प्रभारियों और कर्मियों की तारीफः सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मानक के मुताबिक साप्ताहिक समीक्षा जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में की जा रही है। इसका परिणाम यह है कि स्वास्थ्य संस्थानों की सुविधाओं में मानक के मुताबिक बढ़ोतरी हुई है। अमरपुर रेफरल अस्पताल, धोरैया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्वास्थ्य प्रबंधक/प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष सक्सेस स्टोरीज रखी गयी । इसपर जिला पदाधिकारी ने संबंधित संस्थान के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्ररेक को हार्दिक बधाई दी ।