-जिले के चेवारा प्रखंड की सेविकाओं को दिया गया प्रशिक्षण – सरकार द्वारा आईसीडीएस से संबंधित चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की दी गई जानकारी
शेखपुरा, 24 अगस्त
आंगनबाड़ी सेविकाओं को बुधवार को जिले के चेवारा बाल विकास परियोजना कार्यालय में प्रखंड की एक दिवसीय आधारभूत प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें प्रखंड की विभिन्न पंचायतों की सेविकाओं ने भाग लिया। यह प्रशिक्षण स्थानीय सीडीपीओ कुमारी बिंदु की मौजूदगी में पिरामल फाउंडेशन के तत्वावधान में दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सेविकाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही आईसीडीएस से संबंधित विभिन्न प्रकार की योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी गई।
साथ हीं योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की भी विस्तार से जानकारी दी गई और अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित करने पर बल दिया गया। ताकि लाभुकों को लाभ मिल सके और सरकार का उद्देश्य सफल हो सके। इस मौके पर पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल सेराज हसन, आईसीडीएस से महिला पर्यवेक्षिका (एल एस) रीना भारती, संजय कुमार, कौशल कुमार, पिरामल फाउंडेशन के सौरव सिन्हा आदि मौजूद थे।
आंगनबाड़ी केंद्रों की बेहतर संचालन की दी गई जानकारी : चेवारा बाल विकास परियोजना कार्यालय की सीडीपीओ कुमारी बिंदु ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सेविकाओं को विभिन्न प्रकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों की भी बेहतर संचालन की जानकारी दी गई। जिसमें बच्चों का पठन-पाठन, टीएचआर व पोषाहार वितरण, लोगों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। वहीं, उन्होंने बताया, क्षमतावर्धन के लिए यह प्रशिक्षण काफी कारगर है।
विभिन्न बिंदुओं पर दिया गया प्रशिक्षण और क्रियान्वयन की जानकारी : प्रशिक्षण के प्रशिक्षक सह पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल सेराज हसन ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सेविकाओं को आईसीडीएस से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें पूरक पोषाहार, पाठशाला पूर्व शिक्षा, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, संदर्भित सेवाएं, नियमित टीकाकरण, स्वास्थ्य परीक्षण, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, अन्नप्राशन, गोदभराई समेत अन्य योजनाओं और कार्यक्रमों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया और बेहतर क्रियान्वयन की भी जानकारी दी गई। साथ ही योग्य लाभुकों को कैसे लाभ दिलाना है, तमाम जानकारियाँ भी दी गई। इसके अलावा अधिकाधिक लाभुकों को विभिन्न प्रकार की योजनाओं से लाभान्वित करने पर भी बल दिया गया।