सरकारी सहायता पाकर टीबी को लोग दे रहे मात

 -टीबी से उबरने में आर्थिक समस्या से अब नहीं आ रही बाधा-कटोरिया के रहने वाले मन्नु यादव का मुफ्त में हुआ इलाज 

बांका, 25 अगस्त

सरकारी सहायता पाकर टीबी को लोग मात दे रहे हैं। सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई योजनाए चला रही हैं। टीबी जैसी बीमारी को खत्म करने के लिए सरकार ने 2025 तक का लक्ष्य रखा है। इसलिए टीबी उन्मूलन को लेकर भी तमाम तरह की सुविधाएं लोगों को मिल रही हैं। इन सुविधाओं को आमलोगों तक पहुंचाने में स्वास्थ्य विभाग पूरा प्रयास कर रहा है। मरीजों को जांच-इलाज से लेकर दवा तक मुफ्त में दी जा रही है। 

जब तक इलाज चलता है, तब तक मरीजों को पौष्टिक आहार के सेवन के लिए पांच सौ रुपये प्रतिमाह की राशि भी दी जा रही है। इसी का नतीजा है कि जिले में तेजी से टीबी मरीजों की पहचान भी हो रही  और मरीज दवा का सेवन कर स्वस्थ हो जा रहे हैं। इन सुविधाओं का सबसे ज्यादा फायदा गरीब तबके के लोगों को हो रहा  है। अब टीबी जैसी बीमारी से उबरने में आर्थिक समस्या बाधा नहीं बन रही है।

एसटीएस सुनील कुमार ने की काउंसिलिंगः कटोरिया प्रखंड के पोखरी जयपुर के रहने वाले मन्नु यादव दो साल पहले टीबी की चपेट में आ गए थे। कोलकाता में रहकर मजदूरी करते थे, इसलिए आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी कि निजी अस्पताल में जाकर इलाज करा सकें । वह कटोरिया रेफरल अस्पताल गए, जहां उनकी मुलाकात एसटीएस सुनील कुमार से हुई। सुनील कुमार ने उनकी ठीक से काउसिलिंग की। इसके बाद जांच कराई। जांच में टीबी होने की पुष्टि हुई। इसके बाद इलाज शुरू हुआ। मन्नु ने नौ महीने तक लगातार दवा का सेवन किया तो अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं। अब उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है।

नौ महीने तक लगातार दवा का सेवन कियाः मन्नु यादव कहते हैं कि दो साल पहले जब मैं टीबी की चपेट में आया था तो चिंतित रहने लगा था। आर्थिक तौर पर मेरी स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी। मैं डर गया था कि अब मेरा क्या होगा, लेकिन जब मैं कटोरिया रेफरल अस्पताल गया तो वहां पर मेरी मुलाकात सुनील कुमार जी से हुई। उन्होंने मुझे समझाया कि घबराने की कोई बात नहीं है। आप पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे। इसके बाद मेरी जांच हुई और जांच के बाद इलाज। नौ महीने तक मैंने लगातार दवा का सेवन किया तो मैं पूरी तरह से ठीक हो गया। इलाज के दौरान मेरा एक भी पैसा नहीं लगा। दवा भी मुफ्त में मिली। जब तक दवा चली, तब तक मुझे पांच सौ रुपये महीने सहायता राशि भी मिली।

जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की व्यवस्थाः जिला ड्रग इंचार्ज राजदेव राय कहते हैं कि टीबी मरीजों की लगातार खोज हो रही  और इलाज भी हो रहा है। इसी का परिणाम है कि जिले में तेजी से टीबी के मरीज ठीक हो रहे हैं। टीबी को लेकर लगातार प्रचार-प्रसार हो रहा है। इससे लोगों में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। जिनलोगों में टीबी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, वे अस्पताल आकर इलाज करा रहे हैं। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी का मुफ्त इलाज हो रहा है। 2025 तक जिले को टीबी से मुक्त कराने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं।

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