– घर-घर जाकर छिड़काव टीम द्वारा की जा रही है सघन छिड़काव – 15 नवंबर तक चलेगा अभियान, सामुदायिक स्तर पर लोगों को कालाजार से बचाव के लिए भी किया जाएगा जागरूक
खगड़िया, 06 सितंबरकालाजार उन्मूलन को लेकर सोमवार से शुरू हुए सिंथेटिक पायरो थायराइड (एसपी ) पाउडर छिड़काव अभियान के तहत मंगलवार को छिड़काव टीम द्वारा घर-घर जाकर छिड़काव की गई । वहीं, अभियान के सफल संचालन सुनिश्चित करने को लेकर डीभीबीडीसी बबलू सहनी एवं भीडीसीओ मो. शहनवाज आलम ने अलौली प्रखंड के कोयलाडीह गाँव में छिड़काव अभियान निरीक्षण टीम को आवश्यक और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उक्त अभियान 15 नवंबर तक चलेगा। इस दौरान छिड़काव टीम द्वारा घर-घर जाकर छिड़काव की जाएगी । अभियान के दौरान एक भी घर छूटे नहीं, इस बात का विशेष ख्याल रखा जाएगा। साथ ही अभियान के दौरान इस बीमारी के शुरुआती लक्षण, कारण, बचाव एवं उपचार की भी जानकारी दी जाएगी। ताकि लोग शुरुआती दौर में बीमारी की पहचान कर समय रहते आवश्यक उपाय कर सकें । – घर-घर 06 फीट की ऊँचाई तक की जाएगी छिड़काव : जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ विजय कुमार ने बताया, कालाजार मुक्त जिला निर्माण को लेकर हर जरूरी और आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि कालाजार का पूरी तरह जड़ से खात्मा हो और जिले में मरीजों की संख्या शून्य हो सके। इसके लिए छिड़काव टीम में शामिल कर्मियों को गौशाला, पूजा घर, पाठशाला, सोने वाला कमरे में अनिवार्य रूप से 06 फीट की ऊँचाई तक छिड़काव करने का निर्देश दिया गया। वहीं, उन्होंने बताया, अभियान को हर हाल में सफल बनाने के लिए हर दिन चिकित्सा पदाधिकारी एवं सुपरवाइजर द्वारा संध्याकालीन समीक्षा की जाएगी। जिसमें दिन भर में कितने घरों में छिड़काव हुई समेत अन्य चर्चा की जाएगी। – कालाजार से बचाव के लिए एसपी पाउडर का छिड़काव ही सबसे बेहतर उपाय : डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने बताया, कालाजार से बचाव के लिए लगातार कालाजार प्रभावित गाँव और क्षेत्रों में एसपी पाउडर से छिड़काव करायी जा रही है। इस बीमारी से बचाव के लिए छिड़काव तो सबसे बेहतर उपाय है ही, पर इसके अलावा लोगों को सावधान और सतर्क रहने की भी जरूरत है। इसलिए, इस बीमारी से बचाव के लिए सभी लोग खुद भी सतर्क और सावधान रहें और लक्षण महसूस होने के साथ तुरंत जाँच कराएं । यही आपके लिए सबसे बेहतर और कारगर उपाय है। छिड़काव के दौरान भी लोगों को सतर्क रहने एवं साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने समेत अन्य जानकारियाँ दी जाएगी। – बालू मक्खी के काटने से होता है कालाजार : भीडीसीओ मो. शहनवाज आलम ने बताया, कालाजार बालू मक्खी के काटने से फैलता है। एसपी पाउडर के छिड़काव से ही बालू मक्खी के प्रभाव को पूर्णत: खत्म किया जा सकता है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार छिड़काव कराया जा रहा है। जिससे बालू मक्खी को समाप्त किया जा सके। कालाजार का लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जाँच कराएं और चिकित्सकों की सलाह के अनुसार इलाज कराएं। सरकारी अस्पतालों में जाँच एवं इलाज की मुफ्त व समुचित व्यवस्था उपलब्ध है। साथ ही इन बीमारियों से बचने के जमीन पर नहीं सोएं । मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करें। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें । – कालाजार के लक्षण :- लगातार रूक-रूक कर या तेजी के साथ दोहरी गति से बुखार आना। – वजन में लगातार कमी होना। – दुर्बलता। – मक्खी के काटे हुए जगह पर घाव होना। – व्यापक त्वचा घाव जो कुष्ठ रोग जैसा दिखता है। – छिड़काव के दौरान इन बातों का रखें ख्याल : – छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें। – घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, एवं गोहाल के अन्दरूनी दीवारों पर छः फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं। छिड़काव के दो घंटे बाद घर में प्रवेश करें। – छिड़काव के पूर्व भोजन सामग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर रख दें। – ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पोताई ना करें, जिसमें कीटनाशक (एस पी) का असर बना रहे। – अपने क्षेत्र में कीटनाशक छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।