अशोक गहलोत ने कहा कि अध्यक्ष तो फिक्स है, मैं जाकर नामांकन करूंगा। यह तय है कि मुझे कटेंस करना है। हम सबलोग मिलकर एक नई शुरुआत करेंगे। मुझे उम्मीद है कि जो देश के हालात है, उसके लिए मजबूत प्रपिपक्ष का होना जरूरी है। उसके लिए हमलोग कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
कांग्रेस के तमाम साथी हैं, चाहे वो कंटेंस भी करते हैं तब भी कोई बात नहीं। हम चाहेंगे अध्यक्ष चुनाव परिणाम के बाद में सभी साथी मिलकर कांग्रेस को कैसे मजबूत करें, जिलास्तर पर, प्रखंड स्तर मिलकर कैसे काम करेंगे। जो हमारी विचारधारा है उसे बेस बनाकर आगे काम करें। मरेा मानना है कि प्रतिपक्ष का मजबूत होना जाना जरूरी है।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है। नामांकन फॉर्म मिलने लगे हैं। अशोक गहलोत के अलावा शशि थरूर, दिग्विजय सिंह, मनीष तिवारी के चुनाव लड़ने की चर्चा की जा रही है। हालांकि अशोक गहलोत के ऐलान के बाद उनका नाम पक्का हो गया है।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अशोक गहलोत केरल गए थे। जहां राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 24 सितंबर को अशोक गहलोत अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। मालूम हो कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके बाद 24 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल होंगे।
नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा। 19 अक्टूबर को कांग्रेस के अगले अध्यक्ष का ऐलान होगा।