कायाकल्प पीयर मूल्यांकन के पहले चरण में भागलपुर के पांच अस्पताल पास

पांचों अस्पतालों ने 70 प्रतिशत या फिर उससे अधिक अंक लाया
दूसरे चरण में कई और अस्पतालों के भी पास होने की है उम्मीद
भागलपुर, 23 सितंबर
कायाकल्प योजना के तहत पीयर मूल्यांकन के पहले चरण में जिले के पांच अस्पताल पास कर गए हैं। आगे कई और अस्पतालों के पास होने की उम्मीद है। जो पांच अस्पताल पास हुए हैं, वे हैं भागलपुर सदर अस्पताल, नवगछिया अनुमंडल अस्पताल, सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल, बिहपुर और गोपालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी)। इन अस्पतालों ने पीयर मूल्यांकन में 70 प्रतिशत या फिर इससे अधिक अंक लाए हैं। अब इन अस्पतालों की जांच पटना से आने वाली राज्य स्तरीय कायाकल्प की टीम करेगी। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने टीम का गठन कर दिया है। मालूम हो कि पिछले दिनों जिले के अस्पतालों का पड़ोस के जिलों से आई कायाकल्प की टीम ने किया था। उसमें आकलन के बाद जो नंबर दिए गए, उस आधार पर जिले के पांच अस्पतालों का चयन किया गया है।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि छह से आठ अक्टूबर के बीच सदर अस्पताल का निरीक्षण किया जाएगा। डॉ. जयति श्रीवास्तव, डॉ. संध्या सिंह व यूनिसेफ के परवेज आलम सदर अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। वहीं 12 से 14 अक्टूबर के बीच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बिहपुर और गोपालपुर व अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया का निरीक्षण राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के शिशु स्वास्थ्य के एसपीओ डॉ. वीपी राय और यूनिसेफ के तुशार कांत उपाध्याय करेंगे। वहीं 18 से 20 अक्टूबर के बीच रेफरल अस्पताल सुल्तानगंज का निरीक्षण राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के उपनिदेशक परिवार नियोजन निशांत कुमार व डॉ. महेंद्र बहेरा करेंगे।
इस बार भी बेहतर करने की उम्मीदः कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास को लेकर पहले भी सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने सभी अस्पताल प्रभारियों को बेहतर तैयारी करने का निर्देश दिया था। इसे लेकर अस्पताल प्रभारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया था। सिविल सर्जन ने कहा था कि पिछली बार कायाकल्प में भागलपुर के 12 प्रखंड के अस्पतालों और 6 शहर के अस्पतालों ने बेहतर किया था। इस बार कायाकल्प के साथ-साथ लक्ष्य में भी बेहतर करना है। पिछली बार भी लक्ष्य में भागलपुर सदर अस्पताल ने क्वालीफाई किया था। इस बार और बेहतर करना है। कायाकल्प निरीक्षण को लेकर सभी अस्पताल प्रभारियों और स्वास्थ्य प्रबंधकों को तैयार रहने के लिए कहा गया था। साथ ही इस बार एनक्वास पर भी फोकस किया जाएगा, ऐसा भी उन्होंने कहा था।
अस्पतालों में हमेशा रहे बेहतर सुविधाः डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों में अच्छी सुविधाएं हैं, इसलिए मुझे उम्मीद है कि राज्य स्तरीय टीम के निरीक्षण का भी बेहतर परिणाम आएगा। साथ ही हमलोग अस्पताल में मौजूद सुविधाओं में स्थिरता लाने पर फोकस कर रहे हैं। इसका परिणाम यह होगा कि अस्पताल निरीक्षण के लिए हमेशा तैयार रहेगी, साथ ही सुविधाएं बेहतर रहने से मरीजों को भी इसका लाभ मिलेगा। इसलिए पिछली बार तो बेहतर प्रदर्शन हुआ था, लेकिन इस बार भी बेहतर ही होगा।

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