लगातार चार महीने से दवा डिस्ट्रीब्यूशन में नंबर-1 पर रहा बिहार

— दिसंबर में 80.19 स्कोर के साथ लगातार चौथे महीने नंबर-1 बना बिहार

— 611 तरह की दवा और 132 तरह के सर्जिकल आइटम ईडीएल में शामिल

पटना।

दवा डिस्ट्रीब्यूशन में बिहार लगातार चौथे महीने भी नंबर एक पर काबिज है। मिनिस्ट्री आफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर द्वारा डीभीडीएमएस सेंट्रल डैशबोर्ड पर जारी रैंकिंग के अनुसार, राज्य सितंबर माह से नंबर वन पर अपना दबदबा बनाए हुए है। यह रैंकिंग दवा स्टॉक से लेकर वितरण तक 11 मापदंडों पर स्कोरिंग के बाद जारी की जाती है।

दिसंबर माह में जहां राज्य को स्कोर कार्ड पर 80.19 अंक मिले थे वहीं नवंबर माह में 79.70, अक्टूबर माह में 79.34 तथा सितंबर में 77.20 अंक मिले। राज्य के ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन में नंबर 1 बने रहने के पीछे छह मानकों में उत्कृष्टता का ध्यान रखा जाना है। इनमें दवाओं की खरीद, लॉजिस्टिक, वेयरहाउस, डिजिटाइजेशन, डैशबोर्ड के माध्यम से रिव्यू और मीटिंग तथा क्वालिटी कंट्रोल शामिल है।

मालूम हो कि अभी राज्य में 611 तरह की दवाएं तथा 132 तरह के सर्जिकल आइटम आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल हैं। इसमें हाल में 23 दवाओं को आवश्यक दवाओं की सूची में जोड़ा गया है। इस प्रकार आवश्यक दवाओं की संख्या बढ़कर 611 से 634 हो गयी है। आवश्यक दवाओं की सूची को अद्यतन करने के लिए नियमित अंतराल पर समीक्षा कर समिति द्वारा नई दवाइयों को इसमें शामिल करने की अनुशंसा भी की जाती है।

राज्य में फ्री ड्रग सर्विस इनिशिएटिव यानी मुफ्त दवा सेवा पहल को प्रभावी बनाने एवं राज्य के सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवाओं और सर्जिकल सामग्रियों के इन्वेंटरी प्रबंधन सप्लाई चेन तथा औषधियों की आपूर्ति और वितरण व्यवस्था का ऑनलाइन अनुश्रवण ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम नाम के सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन से किया जा रहा है। इसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्रों तक में क्रियाशील किया गया हैl

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