- प्रत्येक वर्ष 29 सितंबर को मनाया जाता है विश्व ह्रदय दिवस
- उच्च रक्तचाप और मधुमेह रोग से ग्रसित लोगों की होगी नि:शुल्क स्क्रीनिंग
- “कार्डियोवास्कुल हेल्थ फॉर एवरीवन” है इस वर्ष विश्व हृदय दिवस की थीम
मुंगेर-
जीवन के इस भागदौड़ भरे समय में हर उम्र के लोग चाहे वो बुजुर्ग हों या कम उम्र के बच्चे या नौजवान, सभी हृदय रोग से ग्रसित रहे हैं। कई बच्चे तो जन्मजात रूप से हृदय रोग से पीड़ित होते हैं । कई बच्चे हृदय में सूराग या छेद की परेशानी के साथ ही जन्म ले रहे हैं।
राज्य सरकार के द्वारा ऐसे बच्चों के हृदय में छेद का निःशुल्क ऑपरेशन करवाने के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना शुरू की गई है । इसके साथ ही अनियमित दिनचर्या सहित अन्य कई कारणों से हृदय रोग से ग्रसित लोगों को इस समस्या से बचाने और हृदय रोग के प्रति लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से प्रत्येक साल पूरे विश्व में 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष कैम्प का आयोजन कर लोगों को गैर संचारी रोगों विशेष रूप से हृदय सम्बंधित रोगों से बचाव की जानकारी देने के साथ ही लोगों की जांच भी की जाती है।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों में विश्व हृदय दिवस का आयोजन किया जायेगा–
जिला के गैर संचारी रोग पदाधिकारी (एनसीडीओ) डॉ के. रंजन ने बताया कि इस वर्ष भी 29 सितंबर को पूरे जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में विश्व हृदय दिवस का आयोजन किया जायेगा। इसके साथ ही 29 सितंबर से 12 अक्टूबर तक चिकित्सा परामर्श पखवाड़ा मनाया जाएगा । उन्होंने बताया कि इस वर्ष “कार्डियोवास्कुल हेल्थ फॉर एवरीवन” की थीम पर विश्व हृदय दिवस मनाया जाएगा।
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने जारी किया पत्र :
उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर 29 सितंबर 2022 को विश्व ह्रदय दिवस के रूप में मनाए जाने सहित कई आवश्यक दिशा- निर्देश दिए हैं। यह आयोजन जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल से लेकर विभिन्न प्रखंडों में कार्यरत सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी आयोजित किया जाना है।
उन्होंने बताया कि जारी निर्देश के अनुसार जिला भर में 29 सितंबर से 12 अक्टूबर तक नि:शुल्क जांच सह चिकित्सकीय परामर्श पखवाड़ा का भी आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले भर में नि:शुल्क जांच सह चिकित्सकीय परामर्श पखवाड़ा की आमजनों में जानकारी के लिए व्यापक प्रचार- प्रसार भी किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य संस्थानों में रंगीन फ्लैक्स लगाए जाने के साथ ही ई. रिक्शा से माइकिंग के साथ हैंडबिल तथा पोस्टर का भी वितरण कराया जाएगा।