- विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया गया पोषण का संदेश, पोषण के महत्व और उदेश्य की लोगों की दी गई जानकारी
- कुपोषण मुक्त समाज निर्माण पर दिया गया बल, लोगों को किया गया जागरूक
खगड़िया, 01 अक्टूबर
जिले में 01 सितंबर से शुरू पोषण माह का शुक्रवार की शाम (30 सितंबर) सफलतापूर्वक समापन हो गया। इस दौरान पूरे माह पोषण माह को सफल बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को पोषण के महत्व और उदेश्य को विस्तारपूर्वक बताया गया और जागरूक भी किया गया। साथ ही लोगों को कुपोषण मुक्त समाज के निर्माण के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। ताकि लोग पोषण के महत्व और उदेश्य को समझ सकें। क्योंकि, यह तभी धरातल पर सफल होगा, जब लोग इसके महत्व को समझेंगे। हालाँकि, पूरे माह के दौरान हुई तमाम गतिविधियों का सकारात्मक बदलाव भी दिखने लगा है। लोग अपने सामान्य दिनचर्या में बदलाव लाना शुरू कर दिए हैं, जो सामुदायिक स्तर पर सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है।
- सभी पदाधिकारियों व कर्मियों के सहयोग से सफल रहा पखवाड़ा :
आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) सुनीता कुमारी ने बताया, पोषण माह को सफल बनाने के लिए विभाग के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के साथ-साथ जिले के तमाम पदाधिकारियों और कर्मियों तथा सामुदायिक स्तर पर लोगों का भी सहयोग रहा। जिसकी बदौलत सफलतापूर्वक पोषण माह का समापन हुआ। साथ ही लोगों में पोषण के प्रति बदलाव भी दिखने लगा है, जो शुभ संकेत का प्रतीक है। - सामुदायिक स्तर पर पहुँचाया गया पोषण का संदेश :
आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, सामुदायिक स्तर पर पोषण का संदेश पहुँचाया गया। इस दौरान जिले के सभी प्रखंडों में तमाम कार्यक्रमों के माध्यम से गाँव-गाँव जाकर लोगों के बीच पोषण का संदेश पहुँचाया गया। ताकि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस पखवाड़ा का महत्व व उद्देश्य की जानकारी मिल सके । वहीं, उन्होंने बताया, इस दौरान तमाम गतिविधियों के माध्यम समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बच्चों के जन्म के साथ उनका उचित रहन, पोषण, देखरेख से लेकर हर आयु वर्ग के लोगों तक के लिए उचित पोषण, रहन-सहन में बदलाव समेत अन्य जानकारियाँ दी गई। इस दौरान बताया गया कि कैसे बच्चे का सर्वागीण शारीरिक और मानसिक विकास होगा। युवा और बुजुर्ग कैसे स्वस्थ रहेंगे समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी दी गई। - स्वच्छता पर भी दिया गया बल :
सदर सीडीपीओ रंजना कुमारी ने बताया, इस दौरान सामुदायिक स्तर पर लोगों को स्वच्छता की भी विशेष जानकारी दी गई और स्वच्छता पर बल देते हुए लोगों को इससे होने वाले फायदे को बताया गया। दरअसल, स्वच्छता से ही लोग स्वस्थ्य रहेंगे और जब लोग स्वस्थ्य रहेंगे तो उनका शारीरिक व मानसिक विकास होगा। जिससे कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण होगा। साथ ही बच्चे को जन्म के बाद छः माह तक सिर्फ स्तनपान ही कराएं एवं इसके बाद ऊपरी आहार दें। इसके अलावा बच्चे का सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास एवं धातृ महिलाओं के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। उन्होंने बताया, हर माह 19 तारीख को सभी ऑगनबाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन कार्यक्रम का आयोजन कर छः माह की उम्र पार करने वाले बच्चों को ऊपरी आहार का सेवन शुरू कराने एवं उचित पोषण, बच्चे की उचित देखभाल समेत अन्य जानकारियाँ दी जाती हैं ।