2025 में बैलून के जरिए स्पेन की कंपनी ‘हेलो स्पेस’, लोगों को अंतरिक्ष के छोर तक लेकर जाएगी। कंपनी का दावा है कि यह सफर यात्रियों के जीवन को बदलकर रख देगा। हालांकि, इस लग्जरी ट्रैवल के लिए यात्रियों को बड़ी राशि चुकानी पड़ेगी, क्योंकि एक टिकट की कीमत दो लाख डॉलर (लगभग 1.65 करोड़ रुपए) होगी।
कंपनी दिसंबर में हैदराबाद स्थित टाटा इंस्टीट्यूट फॉर फंडामेंटल रिसर्च के सहयोग से अपने प्रोटोटाइप का परीक्षण करेगी। सफल होने पर वर्ष 2025 से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू कर दी जाएंगी।
यह उड़ान हीलियम बैलून से जुड़े स्टाइलिश गोलाकार कैप्सूल पर होगी। कैप्सूल में प्रति ट्रिप पायलट के अलावा आठ लोग अंतरिक्ष की सैर पर जाएंगे। इसमें लगी खिड़कियों से यात्री 40 किमी की ऊंचाई पर धरती का 360-डिग्री दृश्य देख पाएंगे। वर्ष 2023 में इस उड़ान का दूसरा परीक्षण स्पेन में किया जाएगा।
सफर के दौरान 4-5 घंटों तक यात्री पृथ्वी की गोलाई को देख पाएंगे, जो अनूठा अनुभव होगा। कंपनी का कहना है कि उनके दबावयुक्त कैप्सूल बिना कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के उड़ान भरते हैं। इससे यह अंतरिक्ष की यात्रा करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल एक बेहतर तरीका बन जाता है।
यह बैलून 6 घंटे तक धरती के वायुमंडल की दूसरी परत में उड़ान भरेगा। यह कम्पनी 2029 से 3,000 यात्रियों के साथ प्रतिवर्ष कुल 400 वाणिज्यिक यात्राएं कराएगी। इस सफर में प्रयोग होने वाला बैलून 100% रीसाइकिल किया जा सकता है।