इमरान खान का इंडिया लव, एक बार फिर भारत की विदेश नीति की तारीफ, पाकिस्तान को बताया पश्चिम का गुलाम

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की विदेश नीति की तारीफ की है। वर्चुअल माध्यम से अपने ‘लॉन्ग मार्च’ को संबोधित करते हुए खान ने शनिवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान को एक साथ आजादी मिली लेकिन भारत की विदेश नीति शुरू से ही जबरदस्ती और स्वतंत्र रही है।

उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद भारत ने अपनी विदेश नीति को स्वतंत्र रखा है। इमरान खान को अक्सर पाकिस्तान की शाहबाज सरकार को घेरते हुए भारत की तारीफ करते देखा गया है। अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव द्वारा सत्ता से हटाए गए खान ने पीएम शाहबाज शरीफ की आलोचना करते हुए बार-बार भारत की प्रशंसा की है।

रूस से कच्चा तेल खरीदने के भारत के फैसले पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान ने कहा, “मुझे भारत का उदाहरण लेना चाहिए।” यह देश हमसे आजाद हुआ लेकिन अब इसकी विदेश नीति देखिए। भारत एक गैर-जबरदस्त और स्वतंत्र विदेश नीति का अनुसरण कर रहा है। वह अपने फैसले पर अडिग है कि वह रूस से कच्चा तेल खरीदना जारी रखेगी।

उन्होंने भारत सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि यूक्रेन युद्ध के बीच पश्चिम के दबाव के बावजूद भारत की मोदी सरकार अपने राष्ट्रीय हितों के अनुरूप रूस से कच्चा तेल खरीदना जारी रखेगी। खान ने यह भी कहा कि भले ही भारत और अमेरिका चार सहयोगी हैं, भारत ने अपने नागरिकों के लाभ के लिए रूस से तेल खरीदने का फैसला किया है।

इमरान खान कई बार भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं। खान ने इससे पहले अक्टूबर में भारत की विदेश नीति की तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि भारत रूस से अपने दम पर कच्चे तेल का आयात करने में सक्षम है। वह अपने नागरिकों की भलाई के लिए निडर होकर निर्णय लेता है। जबकि पाकिस्तान पश्चिम का गुलाम है और निडर होकर निर्णय लेने में असमर्थ है। उधर, मंगलवार को उन्होंने पाकिस्तान-अमेरिका के रिश्ते को नौकर-मालिक का रिश्ता करार देते हुए कहा कि अमेरिका को पाकिस्तान के साथ वैसा ही सम्मानजनक रिश्ता बनाए रखना चाहिए जैसा वह भारत के साथ रखता है।

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