टीबी हेल्थ ऑटो से 20 संभावित मरीजों को पहुंचाया गया अनुमंडल अस्पताल

-अनुमंडल अस्पताल में सभी संभावित मरीजों की जांच की गई
-टीबी मरीजों की सहायता के लिए चलाया गया है हेल्थ ऑटो

भागलपुर, 21 नवंबर

टीबी उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अभियान को तेज कर दिया है। घर-घर मरीजों को जाकर चिह्नित करने के काम के साथ अन्य उपाय भी किए जा रहे हैं, जिससे टीबी मरीजों को सहायता मिल सके। इसी कड़ी में भागलपुर जिले में कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट (केएचपीटी) के सहयोग से हेल्थ ऑटो चलाया गया है। इसके जरिये टीबी के संभावित मरीजों को जांच के लिए अस्पताल ले जाया जाता है।

सोमवार को भी टीबी हेल्थ ऑटो के जरिये 20 संभावित मरीजों को कहलगांव अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर सभी लोगों की जांच की गई।
केएचपीटी की डिस्ट्रिक्ट टीम लीडर आरती झा ने बताया कि टीबी जैसी बीमारी आर्थिक तौर पर पिछड़े क्षेत्रों में अधिक होती है। ऐसे में उनलोगों को इलाज कराने में आर्थिक समस्या भी होती है। हालांकि जांच और इलाज मुफ्त और दवा भी मुफ्त में मिलती है, लेकिन जब आप क्षेत्र में घूमेंगे तो आपको कई ऐसे मरीज मिल जाएंगे कि जिन्हें अस्पताल आने-जाने के लिए भाड़ा जुटाने के लिए भी सोचना पड़ता है। ऐसे मरीजों की सेवा के लिए केएचपीटी ने टीबी हेल्थ ऑटो सेवा की शुरुआत की है।

इसके जरिये संभावित या फिर चिह्नित टीबी के मरीजों को अस्पताल ले जाया जाता और वहां से वापस घर भी लाया जाता है। इसके लिए टीबी मरीजों को कोई पैसा नहीं देना पड़ता है। यह व्यवस्था बिल्कुल ही पूरी तरह से मुफ्त है।

उन्होंने बताया कि जिले को 2025 तक टीबी से मुक्त करने के लिए हर तरह से प्रयास किया जा रहा है। तमाम तरह के जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं । मरीजों को चिह्नित कर इलाज भी कराया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि टीबी से ठीक हुए चैंपियन भी इस काम में सहयोग कर रहे हैं।
लगातार चलाया जा रहा जागरूकता अभियानः जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ ने बताया कि केएचपीटी की यह बहुत ही अच्छी पहल है। टीबी को जिले से खत्म करने के लिए सरकारी स्तर पर प्रयास तो किया ही जा रहा है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था भी इसमें आगे आ रही है। केएचपीटी का इसमें बेहतर योगदान है।

केएचपीटी के सहयोग से क्षेत्र में लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। टीबी केयर एंड सपोर्ट ग्रुप की बैठक आयोजित की जा रही है। इसमें टीबी चैंपियन इसमें अपना अनुभव बता रहे हैं। जीविका दीदियों से लेकर तमाम संस्थाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

ये सब काम से टीबी उन्मूलन में बहुत ही सहायता मिल रही है। लोगों से मेरी यही अपील है कि अगर लगातार दो हफ्ते तक खांसी हो, बलगम के साथ खून आए, लगातार बुखार रहे या फिर शाम के वक्त लगातार पसीना आए तो तत्काल सरकारी अस्पताल जाएं। यहां पर जांच से लेकर आपको इलाज तक की सुविधा मुफ्त में मिलेगी। साथ ही टीबी मरीजों को दवा भी मुफ्त भी मिलेगी।

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