कहलगांव के अंतीचक में लगाया गया टीबी स्क्रीनिंग कैंप

-63 लोग कैंप में आए, स्क्रीनिंग के बाद 38 लोगों के सैंपल लिए गए
-लोगों को टीबी के लक्षण, बचाव और इलाज की दी गई जानकारी

भागलपुर, 24 नवंबर –

कहलगांव प्रखंड के अंतीचक स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में गुरुवार को टीबी स्क्रीनिंग कैंप लगाया गया। कैंप का आय़ोजन स्वास्थ्य विभाग व कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से किया गया । कैंप में लोगों की जांच की गई औऱ टीबी को लेकर जागरूक किया गया। इस कैम्प के आयोजन को लेकर माइकिंग भी करायी गई थी । कैम्प में लोगों की जांच डॉ. अरशद के नेतृत्व में एसटीएस डॉ. किशोर केवट ने की। मौके पर एएनएम किरण और वॉलेंटियर राजेश कुमार समेत कई लोग मौजूद थे। 63 लोग कैंप में आए थे। इनमें से 38 लोगों के सैंपल लिए गए।
जांच के साथ लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया गया-
डॉ. अरशद ने कहा कि जांच के साथ लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया गया। उन्हें टीबी के लक्षण, बचाव और इलाज की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि टीबी की बीमारी में बीच में दवा नहीं छोड़नी चाहिए। जब तक बीमारी ठीक नहीं हो जाए, तब तक दवा का सेवन करते रहना चाहिए। ऐसा करते रहने से टीबी जल्द ठीक हो जाता लेकिन अगर दवा बीच में छोड़ देते हैं तो एमडीआर टीबी होने का खतरा हो जाता है। एमडीआर टीबी हो जाने के बाद बीमारी ठीक में समय लग जाता है। इसलिए शिविर में लोगों को नियमित तौर पर दवा का सेवन करने की सलाह दी गई। साथ ही पोषण पर भी ध्यान देने की बात कही गई। पोषण के लिए सरकार की तरफ से जब तक दवा चलती है, पांच सौ रुपये की राशि भी मिलती है। लोगों को उस पैसे से अपने लिए पौष्टिक आहार लेते रहने की सलाह दी गई।
टीबी के खिलाफ अभियान जारीः केएचपीटी की डिस्ट्रिक्ट टीम लीडर आरती झा ने बताया कि टीबी को लेकर अभियान लगातार जारी है। एक तरफ पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने का अभियान जारी है तो दूसरी तरफ टीबी केयर एंड संपोर्ट ग्रुप की बैठक भी लगातार की जा रही है। इसके अलावा स्कूलों और घनी आबादी वाले क्षेत्र में भी लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस काम में जिले के टीबी चैंपियन भी सहयोग कर रहे हैं। टीबी के लक्षण, इलाज और बचाव की जानकारी लोगों की दी जा रही है। साथ ही टीबी की बीमारी को लेकर सरकार जो भी योजनाएं चला रही , उनके बारे में लोगों को बताया जा रहा है। सामुदायिक स्तर पर जागरूकता फैलने के बाद टीबी जैसी बीमारी पर काबू पाने में सहायता मिलेगी। इसी उद्देश्य के साथ गुरुवार को अंतीचक में कैंप लगाया गया था।

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