जिलाधिकारी के नेतृत्व में सदर अस्पताल का हुआ कायाकल्प

मिशन – 60 डेज में पूरे प्रदेश में किया बेहतर कार्य, मिला पुरस्कार

  • सिविल सर्जन ने जिले के अन्य पदाधिकारियों के साथ प्राप्त किया पुरस्कार

बाँका, 25 नवंबर-
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों को मिशन-60 डेज के तहत एक लक्ष्य दिया है। इसके तरह अस्पताल को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए कहा गया है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए जिले के जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने खुद जिम्मा उठाया। जिसका सकारात्मक परिणाम यह रहा कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिले के अन्य पदाधिकारियों के सहयोग से बाँका सदर अस्पताल ने मिशन – 60 डेज में पूरे प्रदेश में बेहतर कार्य किया। इस सफलता के लिए शुक्रवार को पटना में आयोजित राज्य स्तरीय पुरस्कार सह सम्मान समारोह में सिविल सर्जन डाॅ रवीन्द्र नारायण अन्य पदाधिकारियों के साथ पुरस्कार प्राप्त किया। बता दें कि बाँका सदर अस्पताल , मिशन 60 डेज के कई पैमानों पर पहले से ही खरा था। लक्ष्य मिलने के बाद अब उसे और भी बेहतर किया गया । अस्पताल में कई भवन बनाए गए हैं। अस्पताल में मरीजों के लिए अलग से वेटिंग एरिया डेवलप किया गया तो मुख्य सड़क से अस्पताल तक के रास्ते को चकाचक किया गया है। रंग-रोगन,पेंटिंग के जरिये उसे आकर्षक बनाया गया है। अस्पताल जाने के रास्ते में लाइटिंग की बेहतर व्यवस्था की गई है तो मरीजों और परिजनों के लिए गार्डेन भी बनाया गया है। वहीं, इस सफलता में जिलाधिकारी के नेतृत्व में एसीएमओ डाॅ अभय प्रकाश चौधरी, डीपीएम प्रभात कुमार राजू, डाॅ जावेद अली, मैनेजर अमरेश कुमार, सोनू कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल तौसिफ कमर आदि का सराहनीय और महत्वपूर्ण योगदान रहा।

  • जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व और पदाधिकारियों के सहयोग से मिली सफलता :
    सिविल सर्जन डाॅ रवीन्द्र नारायण ने बताया, जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में हमारी पूरी टीम ने बेहतर कार्य किया। जिसका नतीजा पूरे प्रदेश के सामने है। वहीं, उन्होंने बताया, यह सफलता जिले के सभी पदाधिकारियों और कर्मियों के दृढ़संकल्पति मेहनत और स्थानीय लोगों के सकारात्मक सहयोग का परिणाम है। इस सफलता के लिए मैं पूरी टीम को धन्यवाद देता हूँ। आगे भी इसी तरह बेहतर कार्य करने के लिए प्रयास जारी रहेगा।
  • डिजिटल आईसीयू का किया गया निर्माण :
    सदर अस्पताल के गंभीर मरीजों के लिए डिजिटल आईसीयू बनाई गई है। मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो, इसका खास ख्याल रखा गया है। अस्पताल में डिजिटल सिस्टम को लागू करने का मरीजों को काफी फायदा पहुंच रहा है। स्टोर रूम में भी अब सभी काम डिजिटली ही हो रहे हैं। सारी व्यवस्था डिजिटल होने से समय का भी काफी बचत हो रहा है। मरीजों और परिजनों को किसी भी काम में ज्यादा परेशानी भी नहीं हो रही और समय भी ज्यादा नहीं लग रहा है। इलाज में तो कम समय लग ही रहा है, साथ में अन्य काम में भी लोगों को सुविधा हो रही। बांका सदर अस्पताल में एक्स-रे से लेकर डायलिसिस तक की सुविधा मरीजों को मिल रही है। नीकू और पीकू वार्ड में बेहतर व्यवस्था है। गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए भी यहां पर एएनसी जांच से लेकर सर्जरी तक की व्यवस्था है।
SHARE