छोटा परिवार खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी : एसीएमओ

  • लखीसराय पीएचसी में परिवार नियोजन मेला का आयोजन कर लोगों को किया गया जागरूक
  • परिवार नियोजन से होने वाले फायदे और इसके महत्व व उद्देश्य की दी गई जानकारी

लखीसराय, 28 नवंबर-

जिले में मिशन परिवार विकास अभियान के तहत संचालित परिवार नियोजन पखवाड़े को गति देने के लिए सोमवार को लखीसराय सदर पीएचसी परिसर में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया। जिसका उदघाटन एसीएमओ सह डीआईओ डाॅ अशोक कुमार भारती, पीएचसी प्रभारी डाॅ धीरेंद्र कुमार एवं एएनएम स्कूल की प्राचार्या सुरुचि सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज़्ज्वलित कर किया।

मेले में परिवार नियोजन के दोनों साधन (स्थाई और अस्थाई) की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। ताकि इच्छुक और योग्य लाभार्थियों अपनी सुविधा के अनुसार आसानी के साथ लाभ प्राप्त कर सकें और मेला का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। वहीं, अस्थाई उपाय की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर मेला में स्टाॅल लगाए गए थे। जहाँ छाया, अंतरा, काॅपर – टी, कंडोम समेत अस्थाई साधन में आने वाली अन्य सुविधा की व्यवस्था उपलब्ध थी।

इस पखवाडे का समापन 04 दिसंबर को होगा। इस मौके पर प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज, यूनिसेफ के नैय्यर उल आजम समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।

  • छोटा और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन जरूरी, पुराने ख्यालातों से बाहर आगे आएं लाभार्थी :
    मेला का उद्घाटन करते हुए एसीएमओ सह डीआईओ डाॅ अशोक कुमार भारती ने कहा, छोटा परिवार खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। क्योंकि, जब आपका परिवार छोटा रहेगा, तभी आप अब अपने बच्चों को उचित शिक्षा और बेहतर परवरिश दे सकते हैं। इसलिए, मैं जिले के तमाम योग्य लाभार्थियों से अपील करता हूँ कि ए पुराने ख्यालातों और अवधारणाओं से बाहर आकर बेहिचक आगे आयें और परिवार नियोजन के साधन को अपनाएं।
  • महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी ज्यादा आसान, बेहिचक आगे आएं योग्य पुरुष :
    पीएचसी प्रभारी डाॅ धीरेंद्र कुमार ने कहा, महिला बंध्याकरण से पुरुष नसबंदी ज्यादा आसान है और पुरुष नसबंदी भी पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है। इसलिए, योग्य पुरुषों को पुरानी प्रथा और सामाजिक कुरीतियों से बाहर आकर नसबंदी की सुविधा को अपनाना चाहिए। वहीं, उन्होंने कहा, महिला बंध्याकरण के सापेक्ष पुरुषों को नसबंदी कराने पर नहीं के बराबर परेशानी होती है।इसलिए, मन में किसी प्रकार की दुविधा या भ्रम नहीं रखें और बेहिचक आगे आएं।
  • गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए परिवार का छोटा होना जरूरीः
    समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा लगातार पखवाड़ा समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर योग्य और सक्षम व इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन साधन को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
  • नुक्कड़ नाटक आयोजित कर भी किया गया जागरूक :
    प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज ने बताया, मेला के साथ-साथ पीएचसी की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा एक नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से मौजूद लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया गया और इसे अपने से होने वाले फायदे व इसके महत्व और उद्देश्य की भी जानकारी दी गई।
  • परिवार नियोजन के उद्देश्य :
  • संतान की उत्पत्ति में अंतराल रखना।
  • इच्छानुसार गर्भधारण करना।
  • अनचाहे गर्भधान की रोक-थाम करना।
  • परिवार में संतानों की संख्या निर्धारित करना।
  • जन्म-दर में कमी लाना।
  • मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना।
  • जीवन स्तर में सुधार लाना।
  • परिवार नियोजन के लाभ :
  • परिवार नियोजन अपनाने से ज्यादा फायदा माँ के स्वास्थ्य को होता है।
  • मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी होती है।
  • छोटा परिवार, स्वस्थ, सुखी और संतुष्ट रहता है।
  • दो बच्चे के बीच 3-5 साल का अंतर रखकर माँ अपना और बच्चे का ध्यान अच्छे से रख सकती है।
  • परिवार का छोटा आकार, अपनी आय का उच्च प्रतिशत बचाने में सक्षम होता है।
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