परेशानी से नहीं मिली राहत तो सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों का लिया सहारा और टीबी को दी मात

  • टीबी संक्रमण होने के जानकारी मिली तो रिश्ते की सताने लगी चिंता, स्वस्थ होकर आज जी रही हैं खुशहाल जिंदगी
  • खगड़िया के रांको पंचायत के वार्ड संख्या – 02 आवास बोर्ड क्षेत्र की रहने वाली हैं पूजा कुमारी

खगड़िया-

सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करा कर लगातार टीबी से संक्रमित मरीज बीमारी को मात दे रहें हैं। ऐसे ही मरीजों की सूची में खगड़िया के रांको पंचायत के वार्ड संख्या – 02 आवास बोर्ड क्षेत्र की रहने वाली 26 वर्षीया पूजा कुमारी का भी नाम शामिल है। पूजा खांसी से पीड़ित हुई तो उन्होंने निजी अस्पतालों में अपना इलाज शुरू करवाया । किन्तु, बीमारी से राहत मिलने की बजाय दिनों-दिन परेशानियाँ और बढ़ती गई। राहत नहीं मिलने पर उन्होंने स्थानीय आशा कार्यकर्ता निभा कुमारी के सहयोग से सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों का सहारा लिया । उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ही इलाज करा कर टीबी बीमारी को पूर्ण रूप से मात दी। आज वह पूरी तरह स्वस्थ और बेगूसराय जिले के मटिहानी थाना क्षेत्र के मेनका गाँव में स्थित अपने ससुराल में खुशहाल पारिवारिक जिंदगी जी रही हैं।

  • मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का रखा जाता है ख्याल :
    खगड़िया सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कृष्ण कांत कुमार ने बताया, मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का हमेशा ख्याल रखा जाता है। इसको लेकर पीएचसी के सभी पदाधिकारी और कर्मी हमेशा सजग रहते हैं। इसलिए, मैं अपील करता हूँ कि जिन लोगों को भी टीबी का लक्षण महसूस हो, वह बेहिचक आकर जाँच कराएं और जाँच के पश्चात आवश्यक चिकित्सा परामर्श का पालन करें। समय पर जाँच और इलाज की बदौलत किसी बीमारी को आसानी के साथ मात दी जा सकती है।
  • टीबी संक्रमण की जानकारी मिलते ही रिश्ते की सताने लगी चिंता :
    टीबी बीमारी की मात देने वाली पूजा की माँ सरस्वती देवी ने बताया, जैसे ही टीबी संक्रमण की जानकारी मिली कि मेरी बेटी के साथ-साथ मेरे पूरे परिवार को एक तरफ जहाँ रिश्ते की चिंता सताने लगी वहीं, दूसरी तरफ बेटी की जिंदगी के सवाल परेशान करने लगे । दरअसल, उस वक्त उसकी शादी के कुछ साल ही हुए थे। मजदूरी के सहारे हमारे परिवार की परवरिश होती है। जिसके कारण मन में तरह-तरह के सवाल आने लगे। किन्तु, मजबूत इरादे और सकारात्मक परिणाम की उम्मीद के साथ मैंने अपनी बेटी की सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज करवाया और आज मेरी बेटी पूरी तरह स्वस्थ है।
  • समय पर जाँच और इलाज से स्थाई निजात संभव :
    वहीं,पूजा कुमारी ने बताया, टीबी अब लाइलाज नहीं है। किन्तु, समय पर जाँच और इलाज जरूरी है। दरअसल, समय पर जाँच और इलाज कराने से आसानी के साथ इस बीमारी को मात दी जा सकती है। इसलिए, मैं अन्य से लोगों से भी कहती हूँ कि टीबी होने पर घबराएं नहीं। बल्कि, बेहिचक जाँच और इलाज कराएं। इस बीमारी से स्थाई निजात के समय पर जाँच और इलाज जरूरी है। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में समुचित जाँच से लेकर इलाज तक की पूरी व्यवस्था पूरी तरह निःशुल्क है। इलाज के दौरान मरीजों को आर्थिक सहायता भी दी जाती है। वहीं, उन्होंने कहा, मैं अन्य लोगों से यह भी अपील करती हूँ कि बीमारी से घृणा करें, बीमार से नहीं। मसलन, संक्रमित मरीजों को इलाज कराने में सहयोग करें, ना कि मरीजों के साथ भेदभाव करें।
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