- सदर अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य विभाग और पीएसआई इंडिया के सहयोग कार्यशाला का आयोजन
- परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए लाभार्थियों को जागरूक और प्रेरित करने पर दिया गया बल
बेगूसराय, 10 दिसंबर। सदर अस्पताल परिसर स्थित सभागार हाॅल में सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में परिवार नियोजन से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। यह कार्यशाला स्थानीय स्वास्थ्य विभाग एवं पीएसआई इंडिया के सहयोग से आयोजित की गई। जिसमें परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए परिवार नियोजन के अंतर्गत आने वाली सभी सुविधाओं को मजबूत और सुदृढ़ बनाने पर बल देते हुए विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही लाभार्थियों को परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन को अपनाने के लिए जागरूक व प्रेरित करने पर जोर दिया गया। ताकि सामुदायिक स्तर पर परिवार नियोजन के साधन का संदेश पहुँच सके और अधिकाधिक लाभार्थी सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकें। इस मौके पर अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ बीके शर्मा, हेल्थ मैनेजर पंकज कुमार आदि मौजूद थे।
- प्रसव के बाद परिवार नियोजन के साधन की सुविधा उपलब्ध कराने की दी गई जानकारी :
सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह ने बताया, कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि अस्पताल आने वाली सभी प्रसूति महिलाओं को प्रसव के बाद इच्छानुसार परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई सुविधा उपलब्ध करानी है। ताकि अगले बच्चे के जन्म में निर्धारित समयांतराल सुनिश्चित हो और जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहे। इस दौरान पहले बच्चे वाली माँ पर विशेष ध्यान रखना है। इसके अलावा परिवार नियोजन के साधन को अपनाने से होने वाले फायदे समेत अन्य जरूरी जानकारी भी दी जाएगी। - छोटे और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन जरूरी, पुराने ख्यालातों से बाहर आगे आएं लाभार्थी :
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ बीके शर्मा ने कहा, छोटे और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। क्योंकि, जब आपका परिवार छोटा रहेगा, तभी आप अब अपने बच्चों को उचित शिक्षा और बेहतर परवरिश दे सकते हैं। इसलिए, मैं जिले के तमाम योग्य लाभार्थियों से अपील करता हूँ कि पुराने ख्यालातों और अवधारणाओं से बाहर आकर परिवार नियोजन के साधन को अपनाएं। - गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए परिवार का छोटा होना जरूरीः
सदर अस्पताल के हेल्थ मैनेजर पंकज कुमार ने कहा, समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटे और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा लगातार पखवाड़ा समेत विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर योग्य और सक्षम व इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन साधन को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। - परिवार नियोजन के उद्देश्य :
- संतान की उत्पत्ति में अंतराल रखना।
- इच्छानुसार गर्भधारण करना।
- अनचाहे गर्भधारण की रोक-थाम करना।
- परिवार में संतानों की संख्या निर्धारित करना।
- जन्म-दर में कमी लाना।
- मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना।
- जीवन स्तर में सुधार लाना।
- परिवार नियोजन के लाभ :
- परिवार नियोजन अपनाने से ज्यादा फायदा माँ के स्वास्थ्य को होता है।
- मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी होती है।
- छोटा परिवार, स्वस्थ, सुखी और संतुष्ट रहता है।
- दो बच्चे के बीच 3-5 साल का अंतर रखकर वह अपना और बच्चे का ध्यान अच्छे से रख सकती है।
[ ] – परिवार का छोटा आकार, अपनी आय का उच्च प्रतिशत बचाने में सक्षम होता है।