-कैंसर स्क्रीनिंग को लेकर चिकित्सा पदाधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
-सात दिनों तक स्वास्थ्यकर्मियों को कैंसर स्क्रीनिंग के तरीके बताए जाएंगे
बांका-
फॉर्मेसी कॉलेज, बांका में मंगलवार को जिले के डॉक्टरों को कैंसर स्क्रीनिंग, बीपी और शुगर को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। पहले दिन के प्रशिक्षण में सभी अस्पतालों के प्रभारी और चिकित्सा पदाधिकारी शामिल हुए। यह प्रशिक्षण सात दिनों तक दिया जाएगा। सभी दिन एक-एक श्रेणी (कटेगरी) को चयनित कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। किसी दिन मैनेजर को तो किसी दिन अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को। सभी प्रभारी व चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देने का काम एनसीडी पदाधिकारी डॉ. राजेश और सदर अस्पताल में कैंसर रोगियों की स्क्रीनिंग के लिए तैनात डॉ. प्रीति सागर ने किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. रविंद्र नारायण ने किया। इस मौके पर डीआईओ डॉ. योगेंद्र मंडल, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. बीरेंद्र कुमार यादव, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी समेत कई लोग मौजूद थे। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि कैंसर रोग की पहचान अगर शुरुआत में हो जाती है तो इसका इलाज संभव है और मरीज की जान भी बच सकती है। इसलिए कैंसर की स्क्रीनिंग जिला में शुरू की गई है।
अभी सदर अस्पताल में प्रतिदिन कैंसर की स्क्रीनिंग की जा रही है। आने वाले दिनों में जिले के सभी अस्पतालों में इसकी व्यवस्था की जाएगी। इसे लेकर ही प्रशिक्षण दिया गया है। आने वाले दिनों में डेंटिस्ट, अस्पताल मैनेजर और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मालूम हो कि होमी जहांगीर भाभा अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर और राज्य स्वास्थ्य समिति में एक समझौता हुआ है, जिसके तहत ओरल, ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के मरीजों की निःशुल्क जांच की व्यवस्था बांका सदर अस्पताल में की गई है। जांच में अगर कैंसर की पुष्टि हो जाती है तो उसका इलाज पटना के आईजीआईएमएस, एनएमसीएच और मुजफ्फरपुर के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल में से किसी एक जगह किया जाएगा। इलाज में मरीजों को सरकारी सहायता मिलेगी। उन्हें नाममात्र का चार्ज ही लगेगा और लगातार मरीजों का फॉलोअप किया जाएगा ।
सदर अस्पताल में नियुक्त कैंसर की जांच करने वाली डॉ. प्रीति सागर कहती हैं कि सदर अस्पताल में कैंसर मरीजों की जांच शुरू होने का फायदा काफी लोगों को मिल रहा है। काफी संख्या में लोग जांच कराने के लिए आ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि इसकी जानकारी काफी लोगों में फैलेगी और जिन्हें थोड़ी भी आशंका हो, वे जांच कराने के लिए यहां आएं। अगर शुरुआत में पता चल गया तो कैंसर का इलाज भी संभव है। सदर अस्पताल में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक कैंसर की जांच की जा रही है। जल्द ही यहां पर अन्य डॉक्टर और टेक्नीकल स्टाफ भी आ जाएंगे। इससे टीम बड़ी हो जाएगी और बड़े पैमाने पर लोगों की जांच यहां पर हो सकेगी। जल्द ही जांच के लिए मशीन भी आ जाएगी।
बीपी और शुगर को लेकर भी रहें सतर्कः प्रशिक्षण के दौरान बताया कि बीपी और शुगर को लेकर भी सतर्क रहने की जरूरत है। अभी सर्दी का मौसम चल रहा है। ऐसे मौसम में लोग घरों से कम निकलते हैं और खानपान पर भी परहेज नहीं रह पाता है, इसलिए लोगों को नियमित तौर पर बीपी और शुगर जांच कराने की सलाह दें। साथ में भोजन पर भी परहेज रखने के लिए कहें। धूप उगने के बाद लोग टहलने भी निकलें। बीपी और शुगर के मरीजों के लिए यह भी आवश्यक है।