बिलावल की बदजुबान बेलगाम चाल, ओहदे की इज्जत का भी नहीं रखा ख्याल

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को भारत के प्रधानमंत्री के खिलाफ दिए गए उनके बयान से ही पूरी दुनिया ने आंका है। उन्होंने कुछ ऐसे घटिया लफ्जों का इस्तेमाल अपने पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री के लिए किया कि उसे शायद ही दुनिया का कोई तहजीब वाला मुल्क बर्दाश्त कर पाएं। बिलावल भुट्टो का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब उनके देश में उनके लिए हालात माकूल नहीं हैं।

इमरान खान उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। ऐसे में बिलावल के पास भी अपनी हुकूमत को बचाने की चुनौती है और जैसा की इस देश का रिवाज है, यहां ये होता आया है कि सत्ता गंवाने से बचना हो तो तुरंत भारत के खिलाफ बयानबाजी कर डालो और जनता का समर्थन लूट लो। ऐसे में बिलावल भुट्टो ने कोई नया काम नहीं किया है वो बस अपनी अम्मी बेनजीर भुट्टो की राह चल पड़े हैं. इतिहास गवाह की बेनजीर की सत्ता बचाने में उनका खेला गया कश्मीर कार्ड काम आया था। अब बिलावल गुजरात दंगों और मोदी की बात अंतरराष्ट्रीय मंच पर कर गुजरात दंगा कार्ड खेल रहे हैं।

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 2022 की बैठक में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन के होने पर तंज किया था। इसका जवाब देने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी इतने उतावले हुए कि उन्होंने अपने ओहदे, अपने कद का लिहाज किए बगैर कुछ ऐसा कहा कि सब सकते में आ गए।

बिलावल ने कहा, ” मैं माननीय विदेश मंत्री और द मिनिस्टर फॉर एक्सटर्नल अफेयर्स ऑफ इंडिया को याद दिलाना चाहूंगा कि ओसामा बिन लादेन मर चुका है, लेकिन गुजरात का कसाई जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है।

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