- समय पर खाएँ खाना, नियमित रूप से करें व्यायाम
- तेल-मसाले के अधिक सेवन से बचें
लखीसराय, 23 दिसंबर
ठंड का मौसम अपने वेग के साथ बढ़ रहा है। इस मौसम में लोग तरह-तरह की ठंडजनित बीमारियों के दायरे में आने लगते हैं। खासकर ऐसे मौसम में हाइपरटेंशन के मरीज को सावधान रहने की जरूरत है। इस मौसम में खान-पान का ध्यान रखने और नियमित रूप से व्यायाम करने की जरूरत है।
- समय पर खाएँ उचित आहार :-
जिला के सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि ऐसे मौसम में रक्त की धमनियों में थक्का जमा हो जाता है। इससे रक्त का प्रभाव अवरुद्ध हो जाता है। इस वजह से ब्रेन हेमरेज तथा लकवा मारने की भी संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, आजकल लोग शारीरिक श्रम कम करने लगे हैं। इस वजह से लोगों में मोटापे की परेशानी होने लगी है। इसके अलावा खानपान में भी परहेज नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि हाइपरटेंशन के मामले ऐसे मौसम में बढ़ जाते हैं। - सुबह में तेज गति के साथ खुली हवा में टहलें :-
शारीरिक क्रिया कम होने के कारण हाइपरटेंशन की संभावना बढ़ जाती है। अगर शारीरिक क्रिया सामान्य रहे तो इस बीमारी से निजात मिल सकती है। इसके लिए सुबह में तेज गति के साथ खुली हवा में टहलना चाहिए। यह ऐसे मरीजों के लिए सबसे आसान और उपयोगी उपाय है। - तेल-मसाले समेत अन्य तरल पदार्थों के सेवन से बचें :-
हाइपरटेंशन से बचाव के लिए तेल-मसाले समेत अन्य तरल पदार्थों के अधिक सेवन से बचने की जरूरत है। इसलिए, खाने में तेल-मसाले का उपयोग कम करें और इसके जगह मौसमी फल, सलाद समेत अन्य प्रोटीनयुक्त चीजों का सेवन करें। रात में कम खाना खाएं। ऐसा करने से भी हाइपरटेंशन को नियंत्रित किया जा सकता है।
हाइपरटेंशन का सबसे ज्यादा खतरा किसको :
हाइपरटेंशन उम्र के किसी भी दौर में हो सकता है। चाहे वो युवावस्था हो या वृद्धावस्था। ,मोटापा होना भीं इस बीमारी को आमंत्रण देने जैसा है। . खराब जीवन शैली की गलत आदतें ही इस बीमारी को बढ़ाती है । .परिवार में यदि पहले किसी को हाइपरटेंशन रहा है तो परिवार के अन्य सदस्य या आने वाली पीढ़ी को भी हो सकता है। .इस कारण जीवन के बदलते इस परिवेश में अपने -आपको धूम्रपान से दूर रखकर स्वस्थ्य भोजन जैसे फल ,हरी सब्जियां और अंकुरित अनाज खाने की आदत डालें। .साथ हीं गरिष्ठ भोजन से बचने के साथ ही नमक के सेवन को सीमित रखें। .
हाइपरटेंशन के लक्षण क्या हैं :
साँस लेने में तकलीफ होना ,सीने में दर्द महसूस होना
अचानक सिरदर्द के साथ चक्कर आना
नाक के साथ मूत्र में भी खून आना।