उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार तड़के एक बस अनियंत्रित होकर नाले में गिर गई। हादसे में 30 यात्रियों की मौत हो गई। 20 से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सुबह 4.30 बजे यह घटना हुई , एत्तमादपुर इलाके में झरना नाले में यह बस अनियंत्रित होकर गिर गई जिसमें अब तक 30 लोगों की मौत की खबर है. आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं. पास के अस्पतालों में जख्मी लोगों का इलाज चल रहा है. घायलों में कुछ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने डीएम और एएसपी को राहत और बचाव का काम तेजी से निपटाने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने अधिकारियों को पीड़ितों की हर संभव मदद के निर्देश दिए। वहीं, रोडवेज ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रु. की सहायता देने की बात कही है।
यमुना एक्सप्रेस वे पर उस समय चीख-पुकार मच गई जब सवारियों से भरी बस हाईवे के बीच में बनी जगह से हो कर झरना नाले में गिर गई. घटना की सूचना पाकर थाना एत्तमादपुर सहित तमाम पुलिस थानों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और जेसीबी क्रेन से राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया गया. सूचना के बाद डीएम आगरा एनजी रवि कुमार और एसएसपी बबलू कुमार भी मौके पर पहुंच गए हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बस लखनऊ से दिल्ली आ रही थी. मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया गया है.
पुलिस के मुताबिक दिल्ली आ रही अवध डिपो की जनरथ एक्सप्रेस रोडवेज बस सं. यूपी 33 एटी 5877 अनियंत्रित होकर ग्राम कुबेरपुर के पास झरना नाले में गिर जाने से पानी के अंदर आधी डूब गई. 27 शव निकाले गए और करीब 15-16 लोगों को घायल अवस्था में निकाल कर अस्पताल भेजा गया है. यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाने का निर्देश दिया है और व्यक्तिगत तौर पर भी वे कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. घटनास्थल पर सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं. डीजीपी ने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी है.