- दानापुर के 10 पंचायतों में 200 बालिकाओं के साथ मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस
- सहयोगी संस्था की मदद से जेंडर रिसोर्स की हुई स्थापना
पटना
दानापुर के 10 पंचायतों में लगभग दो सौ किशोरियों के साथ सहयोगी संस्था ने मंगलवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस दिवस के अवसर पर बालिकाओं के बीच विभिन्न तरह के खेल का आयोजन किया गया। वहीं सहयोगी संस्था की मदद से दानापुर के दो पंचायतों में जेंडर रिसोर्स की स्थापना की गयी।
बचपन से शुरू हो जाती लिंग आधारित भेदभाव:
सहयोगी संस्था की निदेशिका रजनी ने कहा कि बचपन से ही हमारे समाज में लिंग आधारित भेदभाव होता आ रहा है। बच्चियों को घर की दिवारों के बीच ही रहने और खेलने को कहा जाता है, मगर अब वक्त बदल चुका है। कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं जहां महिला या किशोरियां पुरूषों और किशोरों से कम हो।
मंगलवार को किशोरियों के बीच खेल का आयोजन रुढ़ीवादी परंपराओं को चुनौती देना ही था। इस खेल के माध्यम से किशोरियों के लीडरशीप के साथ उनके क्षमताओं को बढ़ाना मुख्य मकसद था। यह खेल समाज में एक और संदेश देती आई कि अब किशोरियां गुड्डे और गुड्डीयों के ही खेल नहीं बल्कि पुरुषों के अधिपत्य वाले खेल में अपना दम दिखाएगी। `
सामाजिक सोच में बदलाव से बदलेगी तस्वीर:
रजनी ने बताया कि महिलाओं की सहभागिता से ही समग्र सामाजिक विकास संभव है। समाज में महिलाओं की अनदेखी से ही लिंग आधारित भेदभाव एवं घरेलू हिंसा की बुनियाद तैयार होती है। महिलाओं को आगे बढ़ने में सहयोग देने से ही एक सशक्त समाज का निर्माण होगा। लड़कियों को घरेलू कार्यों तक सीमित रखने की सोच में बदलाव का वक्त आ गया है।