दिल्ली।
बीजेपी पार्षदों के हंगामे के बाद मेयर ने वोटिंग के दौरान मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी। मेयर ने कहा कि आपकी मांग को माना लिया गया है। अब चुनाव होने दें, अगर अभी भी कोई हंगामा करेगा, तो उसे सदन से बाहर कर दिया जाएगा। बीजेपी पार्षदों ने अब मेयर के सामने नई मांग रखी। बीजेपी पार्षद ने कहा कि जब आपने मोबाइल के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है, तो पहले जो 47 वोट डल चुके हैं, उनको अवैध करार देकर दोबारा नए सिरे से वोटिंग कराई जाए। मेयर ने बीजेपी पार्षद की मांग को खारिज कर दिया।
सदन में 5/5 पार्षदों को बुलाकर वोटिंग कराई जा रही थी। जैसे ही वोटिंग के लिए 5 पार्षदों को बुलाया गया, सदन में हंगामा हो गया। जिन 5 पार्षदों को वोटिंग के लिए बैलेट दिए गए थे, वो पार्षद अब बैलेट पेपर वापस ही नहीं किए। मेयर काफी देर से बैलेट पेपर वाप0स मांग करती रही।
इसी वजह से बीजेपी पार्षदों की मांग मान लेने के बावजूद स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाया। 250 में से अभी तक केवल 47 पार्षदों ने ही वोट डाला।