टीबी की घटती दर के लिए राज्य के 5 जिले हुए पुरस्कृत  

  • मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में आयी टीबी के मामलों में 60% की कमी • 2015 के आंकड़ों के सापेक्ष में किया गया जिलों का मुल्यांकन

 पटना।

राज्य सरकार 2025 तक राज्य से टीबी उन्मूलन को लेकर प्रयासरत है। इसके लिए राज्य यक्ष्मा विभाग द्वारा नित नए कदम उठाये जा रहे हैं।विदित हो कि विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर यानी 24 मार्च को जनजागरूकता के लिए पूरे राज्य में कई कार्यक्रम आयोजित किये गए। टीबी उन्मूलन अभियान के तहत राज्य के 5 जिलों को सब नेशनल सर्टिफिकेशन पुरस्कार से नवाजा गया है। जिसमें मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सिवान, सारण एवं पुर्णिया जिला शामिल है। 

मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर को मिला गोल्ड मैडल: डॉ. बीके मिश्र टीबी के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. बीके मिश्र ने बताया कि टीबी मुक्त राज्य के लिए किये जा रहे प्रयासों के तहत बेहतर कार्य करने वाले जिलों को सब नेशनल सर्टिफिकेशन पुरस्कार से नवाजा गया। टीबी उन्मूलन अभियान में जिन जिलों में 2015 के सापेक्ष में टीबी मरीजों की संख्या में सबसे ज्यादा कमी आई है उन्हें पुरस्कृत किया गया है। राज्य से 12 जिले चयनित किये गए थे जिसमें बेगुसराय, भागलपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, गोपालगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पुर्णिया, समस्तीपुर, सारण एवं सिवान जिले शामिल थे।

डॉ. मिश्र ने बताया कि 2015 के सापेक्ष में 60 % कमी के साथ मुजफ्फरपुर एवं समस्तीपुर जिले को गोल्ड मैडल प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। वहीं 40 % कमी के साथ सिवान को सिल्वर मैडल एवं 20% कमी के साथ सारण एवं पुर्णिया जिले को ब्रोंज मैडल से पुरस्कृत किया गया।

काशी में हुआ पुरस्कार वितरण समारोह: उत्तर प्रदेश के काशी नगर में आयोजित वन वर्ल्ड टीबी समिट में पुरस्कार समारोह में जिलों को पुरस्कृत किया गया। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी राज्य के कार्यक्रम पदाधिकारी, यक्ष्मा ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।

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