–इस प्रक्रिया से बच्चों के स्वस्थ शरीर का होता है निर्माण
बांका।
हर किसी की चाहत होती है कि उसका बच्चा स्वस्थ रहे। इसके लिए प्रसव पूर्व ध्यान रखना आवश्यक है। हालांकि कभी-कभी सतर्कता के बावजूद समय से पहले प्रसव हो जाता है। समय पूर्व जन्म लेने वाले शिशु का न सिर्फ वजन कम होता, बल्कि ऐसे शिशु जन्म लेने के बाद कई तरह की समस्याओं से घिर जाता है। इस स्थिति में लापरवाही करने से परेशानी और बढ़ जाती है। ऐसे शिशु और भी कई समस्याओं से घिर जाता है। ऐसे में इस तरह के शिशु के स्वस्थ शरीर के निर्माण के लिए विशेष ख्याल रखना बेहद जरूरी है।
इस तरह के बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए कंगारू मदर केयर को अपनाना सबसे आसान एवं बेहतर उपाय है। इससे शिशु के स्वस्थ शरीर का निर्माण होता है।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि कंगारू मदर केयर बच्चों में मानसिक एवं शारीरिक विकास का निर्माण करने में काफी सहायक साबित होता है। साथ ही बच्चे को काफी सुकून भी मिलता है इस प्रक्रिया से। बच्चा जब अपनी मां के नजदीक रहता है तो वह खुद तनावमुक्त महसूस करता है। इससे बच्चे के स्वस्थ शरीर का निर्माण होता है। यह बिना खर्च सबसे अच्छा उपाय है।
बेहतर तरीके से होता है स्तनपानः डॉ. चौधरी कहते हैं कि कंगारू मदर केयर एक ऐसा उपाय है, जो कम वजन के साथ जन्म लेने वाले शिशु के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए अपनाया जाता है। इससे शिशु का वजन बढ़ता है। स्तनपान बेहतर तरीके से होता है। बच्चे का तापमान सही रहता और वह इन्फेक्शन से दूर रहता है। बच्चे और मां के बीच रिश्ता मजबूत होता है। इस विधि में मां के सीने पर सीधी अवस्था में शिशु को चिपकाकर रखा जाता है।
इस स्थिति में मां की छाती पूरी तरह खुली होनी चाहिए। इससे मां के शरीर की गर्माहट आसानी से और जल्दी शिशु में स्थानांतरित हो सके। इससे शिशु का तापमान सही रहता है। इस विधि का मां के अलावा शिशु के परिवार के अन्य महिला व पुरुष भी उपयोग कर सकते हैं। सिर्फ इस दौरान इस बात का ख्याल रखना है कि शिशु को कंगारू मदर केयर की सुविधा देने वाले स्वस्थ रहें।
बीमार हों तो कंगारू मदर केयर प्रदान नहीं करें- डॉ. चौधरी कहते हैं कि कंगारू मदर केयर एक बात का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है। अगर बच्चे की मां बीमार हो तो उसे यह प्रक्रिया बच्चे के साथ नहीं अपनानी चाहिए। ऐसी परिस्थिति में घर के दूसरे सदस्य भी कंगारू मदर केयर प्रदान कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में बच्चे को साफ हाथों से ही छूना चाहिए। यदि मां बुखार, सर्दी या खांसी से पीड़ित हों तो शिशु को कंगारू मदर केयर नहीं देना चाहिए। घर के कोई भी स्वस्थ व्यक्ति नवजात को कंगारू मदर केयर प्रदान कर सकते हैं।