सूडान में गृहयुद्ध छिड़ने से 4000 भारतीय नागरिक वहां फंसे

सूडान में गृहयुद्ध छिड़ने से 4000 भारतीय नागरिक वहां फंसे हुए हैं जोकि खाने पीने की वस्तुओं और बिजली पानी जैसी समस्याओं से घिरे हुए हैं। सूडान की राजधानी खार्तूम में सूडानी सेना और रैपिड सपोर्ट फ़ोर्स अर्धसैनिक बलों के बीच घमासान मचा हुआ है।

एयर चीफ मार्शल फाली मेजर (रि.) कहते हैं कि “सरकार को अपने नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के लिए काहिरा, खार्तूम, रियाद और अदीस अब्बा के साथ फोन लाइनों पर काम करना होगा। किसी भी युद्ध या संघर्ष क्षेत्र से वायु, समुद्र या भूमि मार्ग से भारतीय प्रवासियों की निकासी हमेशा अनिश्चितताओं से भरी होती है।

सूडान की राजधानी खार्तूम मुंबई से करीब 4000 किलोमीटर दूर है। यानी दिल्ली और तिरुवनंतपुरम के बीच की दूरी से करीब दोगुनी, लेकिन एक समस्या ये है कि वहां के प्रमुख हवाई अड्डे पर विद्रोही गुटों के हमले में कम से कम 14 विमान नष्ट हो गए हैं। यह भारतीय विमानों के उड़ान भरने के लिए खतरे से खाली नहीं है।

विशेषज्ञों का कहना है भारतीयों को सीमा पार मिस्र में ले जाया जा सकता है जहां से भारतीय वायुसेना के बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर विमान या चार्टर्ड एयर इंडिया 777 जेट उन्हें उड़ा सकते हैं।

भारत के पास वर्तमान में खार्तूम से 900 किलोमीटर दक्षिण में दक्षिण सूडान के स्वतंत्र देश में तैनात दो इन्फैंट्री बटालियन, एक इंजीनियरिंग कंपनी, एक सिग्नल यूनिट और दो दुकान सहित करीब 2410 कर्मियों का एक संयुक्त राष्ट्र शांति दल है। इस बल को भारतीय नागरिकों के लिए एक सुरक्षा इकाई के रूप में कार्य करने के लिए कहा जा सकता है, लेकिन इसके लिए नई दिल्ली को संयुक्त राष्ट्र संघ को शामिल करने की जरूरत होगी।

SHARE