नेटवर्क-केंद्रित एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम को विकसित करने में आत्मनिर्भर हुआ भारत बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (बीएमडी) क्षमता वाले देशों के एलीट क्लब में शामिल हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि के लिए डीआरडीओ और भारतीय नौसेना को बधाई दी है।
नौसेना अब बैलिस्टिक मिसाइल के खतरे से भी निपट सकती है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना ने 21 अप्रैल को बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के तट से समुद्र-आधारित ‘एंडो-वायुमंडलीय इंटरसेप्टर मिसाइल’ का पहला सफल परीक्षण किया।
अभी तक केवल अमेरिका, चीन, रूस और इजारयल के पास इस तरह की मिसाइल थी। इस मिसाइल की मदद से भारतीय सेना दुश्मन की मिसाइलों को समुंद्र में ही नष्ट कर सकती है।