नई दिल्ली।
एयरलाइंस कम्पनियों को कहा गया कि रेल हादसे के मृतकों के शव उनके परिजनों तक फ्री भिजवाएं। एडवायजरी में विमानन कंपनियों को सलाह दी गई है कि वह ऐसे क्षेत्र जहां पर आपदा आई हो, यह इस तरह की कोई दुर्घटना घटित हुई हो वहां पर कंपनियों को टिकट्स की निगरानी नहीं करनी चाहिए, बल्कि वहां के टिकट्स में किसी भी तरह की बढ़ोत्तरी नहीं करनी चाहिए। इस दौरान मानवीय मूल्यों को आधार मानकर काम करने की सलाह दी गई है।
बताया जा रहा है कि कुल मृतकों में अभी तक 151 लोगों की ही शिनाख्त हो पाई है। अभी भी 124 लोग ऐसे हैं जिनकी पहचान नहीं की जा सकी है। फिलहाल सरकार और रेल मंत्रालय के सामने यह सबसे बड़ी समस्या है कि आखिर बाकी बचे मृतकों की शिनाख्त कैसे की जाए।
जिनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है उनके शवों को भुवनेश्वर के एम्स में रखा गया है। रेलवे ने इनके पहचान के लिए एक नए तरह का सिस्टम तैयार किया है, जिसमें शवों की तस्वीरों के साथ उनके पास जो चीजें हैं उनकी भी तस्वीरें शेयर की गई हैं।