शिमला के रामपुर तहसील में सरपारा गांव में बादल फटा और भारी बारिश के चलते भूस्खलन भी हुआ है, जिससे यातायात प्रभावित रहा है। सरपारा गांव में बादल फटने के कारण सबसे अधिक नुकसान किसानों को हुआ है।
भूस्खलन व मलबा आने से कीरतपुर मनाली फोरलेन व पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों के पहिये थम गए हैं। ब्यास नदी का जलस्तर करीब 40,000 क्यूसेक तक पहुंच गया है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बल्ह घाटी में करीब 1000 बीघा भूमि में जलभराव हो गया है। इससे टमाटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। जलभराव के कारण खेत से टमाटर निकालना मुश्किल हो गया है।
बल्ह उपमंडल के रत्ती में दुकानों व घरों में पानी और मलबा घुसने से लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। डडौर में लोगों के घरों व दुकानों में दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है। घर के अंदर रखा सारा सामान खराब हो गया।