BIS का विरोध : दिखा असर, बंद रहीं जूता फैक्टियां और दुकान

-जूता कारोबारियों ने हींग की मंडी में पैदल मार्च कर किया BIS के विरोध में मुहिम तेज करने का किया आह्वान
-एफएएफ़एम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह कोहली बोले : लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट्स पर बीआईएस नहीं मंजूर

आगरा।

एफएएफएम–फ्रेटर्निटी ऑफ आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स के नेतृत्व में लेदर सेक्टर से जुड़े सभी प्रमुख संगठन एवं एसोसिएशंस के संयुक्त नेतृत्व में बीआईएस के विरोध में जूता कारोबारी पूरी तरह लामबंद दिखे। पूर्व निर्धारित बंदी के ऐलान पर सोमवार को इंडस्ट्रियल एरिया एवं अन्य क्षेत्रों की सभी जूता फैक्ट्रियां पूरी तरह बंद रहीं। हींग की मंडी में सन्नाटा पसरा रहा। एक दो दुकान जो खुली दिखीं उनके मालिकों ने एसोसिएशंस के प्रतिनिधियों के आग्रह पर उन्हें बंद कर दिया।

एफएएफ़एम अध्यक्ष कुलदीप सिंह कोहली के नेतृत्व में जूता कारोबारियों ने हींग की मंडी और जूता उद्योग से जुड़े क्षेत्रों में पैदल मार्च किया और लोगों को BIS के विरोध में मुहिम तेज करने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जूता लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट है लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट्स पर बीआईएस किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। हाँ सेना के लिए जो जूता बनता है उसपर BIS हो तो हमको कोई परेशानी नहीं है, लेकिन सेना का जूता आगरा में नहीं कोई फैक्ट्री नहीं बना रही। एफएएफएम के सचिव संचित मुंजाल ने कहा कि हम किसी भी स्तर पर बीआईएस को स्वीकार नहीं करेंगे हर स्तर पर हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

इस दौरान आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के अध्यक्ष गगनदास रमानी, एफएएफएम के सचिव संचित मुंजाल, कोषाध्यक्ष रोमी मगन, विनोद कत्याल, संजीव इलाहाबादी, समीर ढींगरा, मनीष लूथरा, चन्दर सचदेवा, अम्बे प्रसाद गर्ग, रूबी ग्रोवर, जतिन खुराना, जेठा भाई, शरद लूथरा, सुनील बजाज, सुधीर महाजन आदि विशेष रूप से शामिल रहे।

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