समुद्रयान होगा पातालभेदी यान, जिससे समुद्र के रहस्यों के बारे में गहन जानकारी मिलेगी। भारत का यह दूसरा महासागर मिशन है, जिसके तहत एक मानवयुक्त पनडुब्बी को गहरे समुद्र में भेजा जाएगा। यह भारत का बेहद महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है, बेशक भारत 2021 में भी समुद्रयान मिशन लांच कर चुका है, लेकिन ये मिशन उसके मुकाबले कहीं बड़ा और ज्यादा विस्तृत है। इस मिशन का उद्देश्य समुद्र के रहस्यों के बारे में पता लगाना है।
अक्टूबर 2021 में अद्वितीय महासागर मिशन ‘समुद्रयान’ के लॉन्च के साथ भारत अमेरिका, रूस, जापान, फ्रांस और चीन जैसे देशों के एलीट क्लब में शामिल हो चुका है, जिनके पास समुद्र में कई तरह की गतिविधियों को अंजाम देने की विशिष्ट तकनीक और वाहन हैं।
मेगा प्रोजेक्ट समुद्रयान के तहत भारत ‘मत्स्य 6000’ पनडुब्बी को तैयार कर रहा है। माना जा रहा है कि मार्च 2024 तक इसका काम पूरा हो जाएगा और 2026 तक इसका ऑपरेशनल प्रयोग शुरू कर दिया जाएगा।
इसका उद्देश्य 6 हजार मीटर नीचे गहरे पानी में उतरकर उसका अध्ययन करना और समुद्र के रहस्यों को खंगालना है. इसके लिए समुद्र में विशेषज्ञों की एक टीम भेजी जाएगी, जिसमें 3 लोग शामिल होंगे