तेज दिमाग मजबूत याददाश्त, बुद्धिवर्द्धक, पित्तनाशक आदि गुणों से भरपूर है ब्राह्मी

तेज दिमाग मजबूत याददाश्त, बुद्धिवर्द्धक, पित्तनाशक आदि गुणों से भरपूर ब्राह्मी एक ऐसी बूटी है जिसे कम लोग जानते हैं और जो जानते भी हैं लेकिन पहचानते नहीं हैं। ब्राह्मी का पौधा अधिकतर क्षेत्रों में मिल जाता है लेकिन पहाड़ों में यह सबसे अधिक और अच्छी किस्म का मिलता है।

असली ब्राह्मी की पहचान है कि इसकी एक टहनी में कई सारे पत्ते होते हैं और इसके फूल सफेद और छोटे-छोटे होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी बुद्धिवर्धक, पित्तनाशक, मजबूत याददाश्त, ठंडक देने के साथ शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। कफ को दूर करने के अलावा यह खून को साफ करके त्वचा संबंधी रोगों में भी फायदेमंद है।

मानसिक व शारीरिक ताकत बढ़ाने और आँखों की रौशनी बढाने के लिए इसका नुस्खा बनाकर सेवन करना अत्यंत लाभकारी होता है। इसके लिए ब्राह्मी 10 ग्रा., शंखपुष्पी 3 ग्रा., बादामगिरी 2.5 ग्रा., खसकस व सूखा साबुत धनिया 10 ग्रा., त्रिफला 5 ग्रा., गोखरू 10 ग्रा., शतावर 5 ग्रा., अश्वगंधा 5 ग्रा., सौंठ 10 ग्रा. को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। 3-3 ग्राम चूर्ण को सुबह-शाम दूध से लेेवें।

अनिद्रा में भी ब्राह्मी के 5 ग्रा. चूर्ण को आधा किलो दूध में अच्छी तरह उबालकर व छानकर ठंडा करें। इसे पीने से नींद न आने की पुरानी समस्या में लाभ होगा।

नोट: हालांकि आयुर्वेद में ब्राह्मी का कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है लेकिन फिर भी किसी योग्य चिकित्सकीय परामर्श के उपरांत इसका प्रयोग उत्तम रहेगा।

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