खाड़ी और अरब देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए रेलवे का जाल बिछाने की तैयारी, जिसमें जल से लेकर जमीन तक चीन को घेरने का प्लान तैयार किया गया है। भारत, अमेरिका और सऊदी अरब मिलकर चीन को चौतरफा पटखनी देने की रणनीति बना चुके हैं। मंशा चीन की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना वन बेल्ट, वन रोड पर चोट करने की है। चीन इस प्रोजेक्ट के जरिए पूरी दुनिया में सड़क, रेलवे और समुद्री रास्तों का जाल बुन रहा है। इस परियोजना के जरिए सुपरपावर बनने का अपना ख़्वाब पूरा करना चाहता है।
भारत और अमेरिका ने चीन के बीआरआई यानी वन बेल्ट वन रोड को खाड़ी देशों में मात देने के लिए बड़ी योजना बनाई है। इसमें रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने की प्लानिंग है। इसमें पोर्ट कनेक्टिविटी बढ़ाने का बड़ा एजेंडा शामिल है।
इस मेगा प्लान में भारत, अमेरिका, UAE और सऊदी अरब शामिल हैं। इसका सुझाव सबसे पहले इज़राइल की ओर से आया। ऐसे में अगर सऊदी अरब और इजराइल के बीच संबंध सामान्य हुए तो भविष्य में वो भी इस परियोजना का हिस्सा हो सकता है। यही नहीं इजराइल के बंदरगाहों के जरिए इसे यूरोप से भी जोड़ा जा सकेगा।
खाड़ी और अरब देशों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए रेलवे का जाल बिछने वाला है, जिसके सेंटर में भारत है और टारगेट पर चीन। खाड़ी देशों में रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप होते ही समुद्री बंदरगाहों के जरिए भारत भी इस नेटवर्क से डायरेक्ट जुड़ जाएगा।