सिविल सर्जन और डीआईओ ने किया सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के दूसरे चरण का शुभारंभ 

★लखीसराय के  मोरमा गांव के मंडल टोला आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 142 पर टीकाकरण अभियान का हुआ शुभारंभ 

★जिलाभर के 410 सेशन साइट पर 14 अक्टूबर तक चलेगा सघन मिशन इंद्रधनुष का दूसरा चरण  

लखीसराय।

लखीसराय सदर क्षेत्र अंतर्गत मोरमा गांव के मंडल टोला आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 142 पर सोमवार को सिविल सर्जन डॉ. बीपी सिन्हा और जिला प्रतिक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने संयुक्त रूप से सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। जिले भर के 410 सेशन साइट पर 9 से 14 अक्टूबर तक सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 का दूसरा चरण चलेगा।

उक्त आशय की जानकारी सिविल सर्जन डॉ बीपी सिन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण के दौरान जो लाभार्थी टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं उनके लिए सघन मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम को चलाया जाता है। जिला में सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के पहले चरण का शुभारंभ पिछले महीने 11 सितंबर से हुआ था।

जिले में सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 का तीन चक्र चलेगा। पहला चक्र 11 -16 सितंबर के दौरान चलाया गया था। दूसरा चक्र 09-14 अक्टूबर  व तीसरा चक्र 27 नवंबर से 2 दिसंबर के दौरान चलाया जाना है।

इस अवसर पर लखीसराय सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ धीरेंद्र कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक (बीएचएम) निशांत राज और डेवलपमेंट पार्टनर डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित कई अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे। 

गर्भवती महिलाओं और बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण है सघन मिशन इन्द्रधनुष का मुख्य उद्देश्य : कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार भारती ने बताया कि जिले में शत -प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पूरा हो इस उदेश्य से सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान में 3,496 बच्चों एवं  788 गर्भवती महिलाओं को पूर्ण टीकाकृत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 

उन्होंने बताया कि इस अभियान में 0-2 वर्ष के बच्चों, 2-5 वर्ष के बच्चों के साथ गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा रहा है। नियमित टीकाकरण के इस कार्यक्रम का आयोजन जिला के सभी प्रखंडों में किया जा रहा है। इसके लिए जिलाभर में कुल 410 सत्र स्थल बनाए गए हैं।उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण का मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर को कम करना है। इसके अलावा नियमित टीकाकरण से कुल 12 तरह की बीमारी से भी  बचाव होता है। इसलिए बच्चों और गर्भवती महिलाओं का अनिवार्य रूप से नियमित टीकाकरण होना चाहिए।

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