नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के लिए अनुसंधान एवं विकास रोडमैप का अनावरण किया, जिसमें एक अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए 400 करोड़ रुपये का वादा किया गया है जो हरित हाइड्रोजन का व्यावसायीकरण कर सकता है।
इसमें उन सामग्रियों, प्रौद्योगिकियों और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया जाएगा जो हरित हाइड्रोजन उत्पादन, भंडारण और परिवहन की दक्षता, विश्वसनीयता और लागत-प्रभावशीलता को बढ़ा सकते हैं।
हाइड्रोजन दिवस पर आइए हम हाइड्रोजन समाधानों के अनुसंधान, विकास और तैनाती के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराएँ। साथ मिलकर, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हाइड्रोजन हमारे ग्रह पृथ्वी के लिए टिकाऊ भविष्य की आधारशिला बने।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला ने कहा कि भारत ने सही समय पर हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में प्रवेश किया है और देश हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है।