अखौरा-अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक से 40 घण्टे का सफर 12 घण्टे में तय होगा

अखौरा-अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक से 40 घण्टे का सफर 12 घण्टे में तय हो जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना के साथ बुधवार को जिन तीन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का वर्चुअली उद्घाटन किया, उनमें ये रेल लाइन भी शामिल थी। अखौरा-अगरतला क्रॉस बॉर्डर रेल लिंक के साथ, मोंगा पोर्ट रेल लाइन और मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट यूनिट का भी उद्घाटन किया गया था। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि अखौरा-अगरतला रेल लिंक नॉर्थईस्ट के राज्यों को और नजदीक लाएगा।

त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से यदि किसी को अब तक ट्रेन से कोलकाता जाना है तो उसे बहुत लंबी यात्रा करनी पड़ती थी, अभी तक ट्रेन त्रिपुरा से असम में गुवाहाटी तक एक बहुत लंबा घुमावदार रास्ता लेकर पहुंचती थी और फिर पश्चिम बंगाल होते हुए कोलकाता पहुंचती थी। इस पूरी यात्रा में करीब 40 घंटे तक का वक्त लगता था। अब इस रेल लाइन बनने के बाद इसमें कमी आएगी। हालांकि इन्हें पहले बॉर्डर पार कर बांग्लादेश जाना होगा और वहां से कोलकाता, क्योंकि बांग्लादेश नॉर्थईस्ट और पश्चिम बंगाल के बीच स्थित है, जहां सिर्फ एक छोटा रास्ता है। इसे सिलीगुड़ी गलियारा और चिकन नेक के नाम से भी जाना जाता है।

इसके भारत के अन्य हिस्सों से भी नॉर्थईस्ट की दूरी कम हो जाएगी। इससे व्यापार करने में आसानी होगी, ट्रेन के माध्यम से ज्यादा मात्रा में माल इधर से उधर ले जाया जा सकेगा, जो बेहद आसान प्रक्रिया होगी। अगरतला और अखौरा के बीच शुरू ये नई रेल लिंक की लंबाई तकरीबन 12.24 किमी है, इसका 6.78 किमी का हिस्सा बांग्लादेश में है, और 5.46 किमी दोहरी गेज रेल लाइन का हिस्सा भारत में है।

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