टोड़लपुर पंचायत में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हुई सामुदायिक बैठक
समय पर इलाज ही है इसका बचाव
लखीसराय
जिले को टीबी मुक्त बनाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कवायद तेज कर दी है। इसको लेकर जिले के हर प्रखंड के दो चिह्नित पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत बनाना है। इस कड़ी में गुरुवार को सूरजगढा प्रखंड के टोड़लपुर पंचायत में सभी आशा – आंगनबाड़ी व सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के साथ सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरजगढा के मुख्य प्रभारी पदाधिकारी डॉ वायके दिवाकर ने की।
इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वायके दिवाकर ने बैठक में मौजूद आशा – आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को टीबी मुक्त पंचायत के लिए हर जरूरी उपाय को अपनाने पर बल दिया।
उन्होंने बताया कि हेल्थ एंड वेल्नेस केंद्र या जब आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अपने शेत्र में किसी भी व्यक्ति में टीबी के लक्षण दिखाई पड़े तो उसे तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाँच करवाने हेतु ले जायं। ताकि हम समय रहते ही उसका इलाज कर उसे टीबी के संक्रमण से मुक्ति दिला सकें। इसके लिए जरूरी है समाज के हर व्यक्ति तक इस बात की जानकारी हो।
टीबी के लक्षण क्या होता है और इसमें आशा के साथ आंगनबाड़ी की भूमिका अहम् हो जाती है। क्योंकि उनकी पहुँच हर घर के हर व्यक्ति तक होती है।
ये हैं टीबी के लक्षण : – भूख न लगना, कम लगना तथा वजन अचानक कम हो जाना- बेचैनी एवं सुस्ती रहना, सीने में दर्द का एहसास होना, थकावट व रात में पसीना आना.- हलका बुखार रहना.- खांसी एवं खांसी में बलगम तथा बलगम में खून आना। कभी-कभी जोर से अचानक खांसी में खून आ जाना.- गर्दन की लिम्फ ग्रंथियों में सूजन आ जाना तथा वहीं फोड़ा होना.- गहरी सांस लेने में सीने में दर्द होना, कमर की हड्डी पर सूजन, घुटने में दर्द, घुटने मोड़ने में परेशानी आदि.- महिलाओं को बुखार के साथ गर्दन जकड़ना, आंखें ऊपर को चढ़ना या बेहोशी आना ट्यूबरकुलस मेनिन्जाइटिस के लक्षण हैं.- पेट की टीबी में पेट दर्द, अतिसार या दस्त, पेट फूलना आदि होते हैं.- टीबी न्यूमोनिया के लक्षण में तेज बुखार, खांसी व छाती में दर्द होता है।
इस एक दिवसीय बैठक में डॉ सुदामा प्रसाद ,प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक प्रफुल्ल कुमार ,बीसीएम राजेश प्रमाणिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी भावना कुमारी शामिल हुईं।