राम मंदिर को लेकर विवादित बयान, जय श्रीराम बोलने वालों की गिरफ्तारी, श्रीराम को बताया गरीबी रेखा से नीचे, हिन्दू मंत्र जप करने वाले अपराधी, ये होता है बंगाल में

  • ‘बीपीएल योजना के तहत बीजेपी ने अयोध्या में भगवान राम को दिया घर’ – तृणमूल कांग्रेस
  • ‘हिंदू मंत्रों का जाप करने वाले अपराधी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी’ – तृणमूल कांग्रेस
  • जयश्रीराम नारे लगाने के आरोप में करीब एक दर्जन लोगों को तृणमूल कांग्रेस ने कराया था गिरफ्तार ।

एक तरफ जहां अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव की जोर-शोर से तैयारी हो रही है, वहीं दूसरी ओर, विपक्षी नेता कार्यक्रम को लेकर विवादित बयान दे रहे हैं। अब तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय ने आपत्तिजनक बयान देकर इस विवाद को और बढ़ा दिया है। उनके बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

गुरुवार को सैथिला स्थित रवींद्र भवन में तृणमूल कांग्रेस का प्रशिक्षण शिविर में शताब्दी रॉय ने राम मंदिर में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बीजेपी के अभियान का मजाक उड़ाया और कहा कि ‘बीजेपी राम को घर ला रही है, उनके पास बहुत ताकत है। राम संभवतः गरीबी रेखा (बीपीएल) से नीचे आते हैं। जैसे हम बीपीएल कार्ड पर लोगों को घर दे रहे हैं, वैसे ही भाजपा नेता राम को भी घर दे रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो राम के पुत्रों लव-कुश को घर देना बेहतर होगा।” इस बयान से पश्चिम बंगाल में भी तृणमूल के खिलाफ आक्रोश भड़क गया है, वहीं बीजेपी ने भी तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथों ले लिया है।

इससे पहले भी तृणमूल नेता विवादित बयान दे चुके हैं

यह पहली बार नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस के किसी नेता ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया है। इससे पहले भी नवंबर 2020 में एक तृणमूल नेता का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल के हिंदुओं से कहा था कि आपको ‘जय श्री राम’ के नारे नहीं लगाने चाहिए। ‘जय श्री राम’ पर तृणमूल कांग्रेस का विरोध स्पष्ट है। इसके अलावा मई 2019 में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तब नाराज हो गई थीं जब कुछ लोगों ने सड़क पर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए थे। उन्होंने कहा कि ‘हिंदू मंत्रों का जाप करने वाले अपराधी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’ उनके खिलाफ नारे लगाने के आरोप में करीब एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

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