फिरोजाबाद।
जिला कारागार में बंदियों के मध्य स्वामी विवेकानन्द जयंती के पावन अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री यजुवेन्द्र विक्रम सिंह, अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गयी।
इस अवसर पर प्राधिकरण के सचिव श्री यजुवेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा संबोधित करते हुए बताया गया कि भारत में युवा दिवस मनाने की शुरुआत साल 1985 से शुरू हुई थी, वहीं इस दिन को युवा दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान साल 1984 में की गया था. युवा दिवस मनाने के लिए सरकार द्वारा स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को चुना गया था और तब से अब तक हर साल इस दिन युवा दिवस पूरे देश में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद अपने विचारों और अपने आदर्शों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं।
उन्होंने काफी कम उम्र के अंदर ही दुनिया में अपने विचारों के चलते अपनी एक अलग ही पहचान बनाई थी। उनके विचारों से युवाओं को सही दिशा मिल सके, इस मकसद से ही उनके जन्म दिवस को इस दिन के लिए चुना गया था। स्वामी जी कहते थे कि ‘उठो और जागो और तब तक रुको नहीं, जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते।’ उनका मानना था कि जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी। जो तुम सोचते हो, वो बन जाओगे। यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे। अगर खुद को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे। इसी क्रम में बताया कि युवा वह है, जो देश का भविष्य बदलने की क्षमता रखता है। जिसके अंदर नेतृत्व करने की क्षमता हो, लोगों को सही मार्ग पर लाने का काम करने वाला ही युवा कहलाता है। मेरे नौजवान साथियो, हमने स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया, इसलिए हमारी बड़ी जिम्मेदारी उन सपनों को पूरा करने की है, जो सपने उस समय आजादी के दीवानों ने देखे थे।
इस अवसर पर जिला कारागार फिरोजाबाद में बंदियों के मध्य प्रतियोगिता अयोजित की गयी जिसका शुभारंभ फीता काटकर प्राधिकरण के सचिव श्री यजुवेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा किया गया। इसी क्रम में रस्सा-कस्सी, धीमी साइकलिंग, बोरा दौड तथा म्यूजिक चेयर जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक श्री अरूण कुमार, जेलर श्री आनन्द सिंह, डिप्टी जेलर श्री अरूण कुमार सिंह, डिप्टी जेलर सुश्री क्षमा शर्मा तथा बंदीरक्षक श्री राजपाल सिंह उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम में विशेष सहयोग प्रदान किया।