शिमला।
कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी को वोट करने से हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा सदस्य के चुनाव में खेला हो गया है और अब विधानसभा में बडा खेला होने का खतरा भी बन गया है।
यहां से कांग्रेस से अभिषेक मनु सिंघवी को मैदान में उतारा और भाजपा ने हर्ष महाजन को मौका दिया। दोनों ही दलों ने अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए थे। हालांकि चुनाव में बाजी पलटते हुए 9 विधायक क्रॉस वोटिंंग के बाद गायब हो गए। भाजपा और कांग्रेस को 34-34 वोट मिले। दोनों को ही बराबर वोट मिलने के बाद चुनाव अधिकारी ने पर्ची डालकर टॉस किया जिसमें भाजपा के उम्मीदवार हर्ष महाजन के नाम की पर्ची निकली और उन्हें विजयी घोषित किया गया। अब भाजपा ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी कर ली है जिससे बडा खेला हो सकता है और कांग्रेस की सुक्खु सरकार गिर सकती है।
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क्रॉस वोटिंग करने वाले 9 विधायकों के गायब होने के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी पर विधायकों को किडनैप करने का आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के छह और निर्दलीय 3 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर भाजपा का साथ दिया है। सबसे खास बात ये है वोटिंग के बाद से ये विधायक गायब हैं। इसी पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नाराजगी जताई है।
कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग किए जाने की आशंका जताई गई है। इनमें कांग्रेस विधायक इंद्रजीत लखनपाल, चैतन्य शर्मा, सुधीर शर्मा,राजेंद्र राणा, देवेंद्र सिंह भुट्टो, रवि ठाकुर और तीन निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, के एल ठाकुर और होशियार सिंह शामिल हैं। ये सभी विधायक वोट डालने के बाद से गायब हैं।